साध्वी प्रज्ञा को डिफेंस पैनल में लेने पर भड़की कांग्रेस, पीएम मोदी पर कसा तंज

  
Last Updated:  November 21, 2019 " 04:09 pm"

भोपाल : रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति में भोपाल की सांसद प्रज्ञा ठाकुर को सदस्य नामित किये जाने के बाद सियासी पारा गरमा गया है। दिल्ली से लेकर भोपाल तक कांग्रेस इस बात को लेकर हमलावर हो गई है। उसने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और देश के जवानों का अपमान बताया है।

पीएम मोदी को लिया निशाने पर ।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति में लिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने पीएम मोदी के उस बयान को लेकर भी तंज कसा जिसमें मोदी ने कहा था कि वे साध्वी प्रज्ञा को कभी दिल से माफ नहीं कर पाएंगे। सुरजेवाला ने लिखा ‘मोदी है तो मुमकिन है।’ आतंक की आरोपी का डिफेंस पैनल में होना दुर्भाग्यपूर्ण ।

इधर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और मप्र के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने भी साध्वी प्रज्ञा को डिफेंस पैनल में लिए जाने पर पीएम मोदी को निशाने पर लिया। उनका कहना था कि पीएम मोदी की कथनी और करनी में कितना अंतर है ये प्रज्ञा ठाकुर को डिफेंस पैनल में लेने से साफ हो गया है।

बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को नामित किये जाने का किया बचाव।

साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति में लिए जाने पर लाल- पीली हो रही कांग्रेस को जवाब देते हुए बीजेपी ने इसे रूटीन प्रक्रिया बताया है। बीजेपी नेता विश्वास सारंग का कहना था कि कांग्रेसी नेताओं को नियमों की जानकारी नहीं है। इसीलिए वे बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं। हर सांसद किसी न किसी समिति का सदस्य होता है। सांसद होने के नाते साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति का सदस्य मनोनीत किया गया है। यह एक रूटीन प्रक्रिया है। इसमें असामान्य कुछ भी नहीं है।

विवादित बयानों से सुर्खियों में रहती हैं साध्वी प्रज्ञा।

साध्वी प्रज्ञा भोपाल लोकसभा सीट से सांसद हैं। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज कहे जाने वाले बड़बोले नेता दिग्विजय सिंह को साढ़े तीन लाख से भी ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी। अपने बयानों की वजह से वे अक्सर चर्चा में रहती हैं। शहीद हेमंत करकरे को लेकर उन्होंने विवादित बयान दिया था। नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने को लेकर दिए गए उनके बयान पर देशभर में भारी बवाल मचा था। हालांकि बाद में साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान को लेकर माफी मांग ली थी । पीएम मोदी ने भी उनके बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि वे मन से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाएंगे। कांग्रेस ने पीएम मोदी के उसी बयान की याद दिलाते हुए तंज कसा और साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति में लिए जाने का विरोध किया।
इसी के साथ साध्वी प्रज्ञा मालेगांव बम ब्लास्ट की भी आरोपी हैं। उनके विरोध की एक वजह ये भी है।

21 सदस्य होते हैं समिति में।

रक्षा मंत्रालय की संसदीय सलाहकार समिति में पक्ष- विपक्ष के 21 सदस्य नामित होते हैं। नवगठित सलाहकार समिति में फारुख अब्दुल्ला और शरद पंवार जैसे सीनियर नेता भी सदस्य हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समिति के अध्यक्ष हैं।

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