विशाखा सुभेदार, पॅडी कांबले, प्रसाद खांडेकर, नम्रता संभेराव के अभिनय और तालमेल के दर्शक भी हुए कायल।
इंदौर : सानंद न्यास के पांच दर्शक समूह के लिए मराठी नाटक कुर्रर्रर्रर्र का मंचन शनिवार- रविवार को किया गया। सानंद के पांच नाट्य समूहों के लिए इस नाटक के पांच शो मंचित किए गए।
सोनी मराठी के कार्यक्रम हास्य जत्रा के माध्यम से घर-घर में पहुंचे कलाकार विशाखा सुभेदार पॅडी कांबले, प्रसाद खांडेकर और नम्रता संभेराव अभिनीत मराठी नाटक कुर्रर्रर्रर्र ने दर्शकों को कॉमेडी का फूल डोज देने के साथ सामाजिक संदेश भी दिया।
नाटक के संवाद, कथानक, निर्देशन, कलाकारों का अभिनय और आपसी तालमेल देखने लायक था। यह नाटक दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ नि:संतान दंपतियों का दर्द और उनकी समस्याओं को उजागर करता है,वहीं अनेक सामाजिक प्रश्नों को भी पूरी जिम्मेदारी के साथ उठाता है।
प्रसाद खंडेकर ने लेखन,निर्देशन और कलाकार के बतौर तिहरी भूमिका नाटक में निभाई है। खास तौर पर उन्होंने एक गंभीर सामाजिक विषय को जिस कल्पनाशीलता और रोचकता के साथ उठाया है। नाटक का कथानक दर्शकों के दिल को छूता है तो इसका श्रेय प्रसाद खंडेकर के लेखन और निर्देशन को जाता है। कलाकारों की टाइमिंग और तेज गति दर्शकों को बांधे रखती है। शीर्षक गीत, पार्श्व संगीत, नेपथ्य, प्रकाश योजना, रंग और वेशभूषा नाटक को प्रभावी बनाने में कारगर रही।
ये हैं पर्दे के पीछे के कलाकार ।
निर्माता – विशाखा सुभेदार, पूनम यादव, नेपथ्य – संदेश बेंद्रे,
प्रकाश योजना – अमोघ फड़के,
संगीत एवं पार्श्व संगीत – अमीर हडकर,नृत्य – संतोष भांगरे,
व्यवस्थापक – महेश सूबेदार,
सूत्रधार – गोट्या सावंत।