इंदौर : बहुप्रतीक्षित मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास शनिवार को सीएम कमलनाथ ने किया। एमआर 10 पर ग्राम कुमेडी के समीप आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने भूमिपूजन कर मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रखी। खजराना गणेश मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भूमिपूजन की विधि सम्पन्न कराई। नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन सिंह, पीडब्लूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, गृहमंत्री बाला बच्चन, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और सांसद शंकर लालवानी सहित विधायकगण व अन्य नेता इस दौरान मौजूद रहे।
मेट्रो परियोजना मेरा सपना था..!
सीएम कमलनाथ ने इस मौके पर बोलते हुए दावा किया कि यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहते उन्होंने मप्र में मेट्रो रेल परियोजना का सपना देखा था। मप्र के तत्कालीन सीएम बाबूलाल गौर से उन्होंने इस प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा भी की थी। सीएम कमलनाथ ने इंदौर- भोपाल जैसे शहरों के लिए मेट्रो की जरूरत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इन शहरों के तेजी से हो रहे विस्तार और बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए हमें अच्छे लोक परिवहन के रूप में मेट्रो की दरकार है। सीएम ने आनेवाले समय में मेट्रो का विस्तार सांवेर, उज्जैन, देवास, महू, पीथमपुर और धार तक किया जाएगा।
साढ़े सात हजार करोड़ की आएगी लागत।
इंदौर मेट्रो रेल परियाजना की कुल लंबाई करीब 32 किमी है। इसपर 7500 करोड़ की लागत आएगी। 29 स्टेशन इसके तहत बनाए जाएंगे। इनमें से 6 स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे। एमआर 10 ब्रिज से चन्द्रगुप्त चौराहा, सुखलिया, विजय नगर, रेडिसन चौराहा, रिंग रोड, बंगाली चौराहा, पलासिया, हाइकोर्ट, रीगल, कोठारी मार्केट, राजबाड़ा, बड़ा गणपति से कालानी नगर होते हुए एयरपोर्ट तक मेट्रो रुट का निर्माण होगा। 2023 तक यह प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
2011 में बनी थी डीपीआर।
मेट्रो परियोजना की डीपीआर आईडीए की जरिये शिवराज सिंह के सीएम रहते 2011 में बनाई गई थी। बाबूलाल गौर उससमय नगरीय प्रशासन मंत्री थे। शिवराज सरकार के रहते एमआर 10 ब्रिज से मेट्रो का काम भी शुरू हुआ जिसमें खजराना तक 11 किमी के हिस्से का ठेका दिया गया था। इसमें मिट्टी परीक्षण का काम फिलहाल चल रहा है।