सीएम शिवराज ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया हवाई दौरा, प्रभावितों को हरसम्भव मदद के दिए निर्देश

  
Last Updated:  August 5, 2021 " 01:10 am"

इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर- चंबल क्षेत्र के श्योपुर, भिंड, दतिया, शिवपुरी आदि अति वृष्टि और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर के जरिए निरीक्षण कर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए जिला प्रशासन को हरसंभव सहयोग तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा। जीवन बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। जिला प्रशासन के साथ एसडीआरइएफ, एनडीआरइएफ, बी.एस.एफ, सेना और वायुसेना राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रदेश की स्थिति से निरंतर अवगत कराया जा रहा है। सेना और केन्द्र सरकार से अविलंब हरसंभव सहयोग प्राप्त हो रहा है। यह अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशासनिक दक्षता की परीक्षा का समय है।
मुख्यमंत्री चौहान ने हवाई सर्वेक्षण के साथ मंत्रालय भोपाल स्थित सिचुएशन रूम से भी अति वृष्टि और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया।सभी प्रभावित जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षकों से मुख्यमंत्री चौहान ने स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने ने कहा कि राहत शिविरों में बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। भोजन, पीने के स्वच्छ पानी के साथ डॉक्टर और दवाओं की व्यवस्था अनिवार्यत: की जाए। वर्षा ऋतु में होने वाली बीमारियों को फैलने से रोकना आवश्यक है। बाढ़ और अति वृष्टि से ध्वस्त अधोसंरचना को तत्काल पुनर्स्थापित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने राज्य सहित केन्द्र के अधिकारियों से की चर्चा।

मुख्यमंत्री चौहान ने स्टेट सिचुएशन रूम से केन्द्रीय दूरसंचार विभाग, सेना, वायुसेना, रेलवे तथा मौसम विभाग के अधिकारियों से राहत कार्यों और व्यवस्थाओं को पुनर्स्थापित करने के संबंध में चर्चा की। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन एस.एन. मिश्रा तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

रेस्क्यू के दौरान महिला होमगार्ड ने कराई डिलीवरी।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्योपुर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, गुना, भिण्ड और मुरैना के कलेक्टर और एस.पी. से राहत और बचाव कार्यों की जिलेवार जानकारी ली। कलेक्टर श्योपुर ने बताया कि जिले में कम्युनिकेशन नेटवर्क ध्वस्त हो चुका है। संचार व्यवस्था के सभी नेटवर्क डाउन हैं। राहत के लिए गाजियाबाद से एनडीआरइएफ की टीम श्योपुर पहुँच रही है। श्योपुर में राहत कार्यों में बड़ी संख्या में महिला होमगार्ड को तैनात किया गया है। रेस्क्यू के दौरान प्लोद ग्राम में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर महिला होमगार्ड द्वारा डिलीवरी कराई गई, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। कलेक्टर दतिया ने बाढ़ से घिरे मकानों, सेवढ़ा का पुल टूट जाने और हरसी नदी की ओर से ग्वालियर का सम्पर्क टूट जाने के संबंध में जानकारी दी। शिवपुरी में जल स्तर नीचे आने की सूचना भी दी गई।

चंबल का बढ़ता पानी, भिण्ड-मुरैना को करेगा प्रभावित।

मुख्यमंत्री चौहान ने नेशनल हाइवे को जल्द से जल्द रिस्टोर करने के निर्देश दिए। चंबल नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। कोटा-बैराज से पानी छोड़ा गया है। इससे मुरैना और भिण्ड में बाढ़ की संभावित स्थिति को देखते हुए निचले इलाकों में बसे गाँवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कराने तथा अन्य आवश्यक सावधानियाँ अपनाने के निर्देश भी दिए गए।

मोबाइल नेटवर्क के लिए विशेष व्यवस्था।

मुख्यमंत्री चौहान ने प्रभावित जिलों में संचार नेटवर्क जल्द से जल्द पुनर्स्थापित करने के लिए केन्द्रीय अधिकारियों से चर्चा की। केन्द्र की ओर से अवगत कराया गया कि तत्काल व्यवस्था के रूप में प्रभावित जिलों में इन्फ्रास्ट्रक्चरल रोमिंग की अनुमति दी जा रही है। इससे किसी भी नेटवर्क से यदि सिग्नल मिलता है तो अन्य नेटवर्क के फोन भी इस नेटवर्क पर कार्य करेंगे। साथ ही राहत और बचाव कार्य में लगे अधिकारी, कर्मचारियों के मोबाइल नम्बरों से प्रायोरिटी रूट दिया जा रहा है। इससे इन लोगों को सम्पर्क में किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी।

अगले 48 घंटों में ग्वालियर-चंबल संभाग में वर्षा की संभावना।

मुख्यमंत्री चौहान ने मौसम विभाग के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर अगले 48 घंटों में ग्वालियर-चंबल संभाग में वर्षा की संभावना के दृष्टिगत सावधानी और सजगता बरतने के निर्देश दिए।

वायुसेना के अधिकारियों का माना आभार।

मुख्यमंत्री चौहान ने वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शेरावत और एनडीआरइएफ के प्रभारी असीम उपाध्याय को राहत और बचाव कार्य में सहयोग के लिए प्रदेश की जनता की ओर से धन्यवाद दिया तथा आभार माना।

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