इंदौर: चुनाव प्रचार के लिए इंदौर आयी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का एलान करके सभी को चौंका दिया। उनका कहना था कि स्वास्थ्यगत कारणों से उन्होंने ये फैसला किया है।
श्रीमती स्वराज ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी मोदी सरकार के साहसिक फैसले थे। राफेल के बारे में उनका कहना था कि ये कोई मुद्दा नहीं है। राम मंदिर को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी के लिए ये आस्था का विषय है, चुनावी मुद्दा नहीं। पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़ते दामों के बारे में सुषमाजी ने कहा कि ये हमारे हाथ में नहीं है, तेल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार से तय होते हैं।
श्रीमती स्वराज ने विदेश मंत्री के बतौर अपनी उपलब्धियां भी गिनाई।
सत्ता विरोधी लहर नहीं
श्रीमती स्वराज ने दावा किया कि मप्र में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है। पीएम मोदी और सीएम शिवराज की लोकप्रियता में कोई कमीं नहीं आयी है। जनधन, उज्ज्वला, प्रधानमंत्री आवास और शौचालय निर्माण सहित अन्य योजनाओं का लाभ करोड़ों लोगों तक पहुंचा है शिवराज सरकार की लाडली लक्ष्मी सहित कई योजनाएं बेहद सफल रहीं हैं। जनहित के ढेरों काम केंद्र और मप्र सरकार ने किए हैं। मप्र में चौथी बार भी बीजेपी शिवराज जी के नेतृत्व में सरकार बनाएगी।
प्रायोजित है विरोध
शिवराज सरकार ने विकास के इतने काम किये हैं तो बुधनी में ही शिवराज का विरोध क्यों हो रहा है जहाँ से वे चुनाव लड़ रहे हैं, इसपर सुषमाजी का कहना था कि बुधनी सहित अन्य स्थानों पर जो विरोध हो रहा है वो कांग्रेस द्वारा प्रायोजित है।