सेना से मिलती – जुलती ड्रेस रिमूवल गैंग को देने से काम के दौरान दिखेगा अनुशासन।
इंदौर : निगम के रिमूवल कर्मियों को सेना जैसी वर्दी दिए जाने को गैरकानूनी बताए जाने और इसका चौतरफा विरोध होने के बावजूद महापौर पुष्यमित्र भार्गव इस फैसले को सही ठहरा रहे हैं।उनका कहना है कि इंदौर नगर निगम के रिमूवल गैंग के कर्मचारियों को सेना जैसी ड्रेस इसलिए दी गई है ताकि काम के दौरान अनुशासन रहे,सभी में एक रूपता दिखाई दे और किसी प्रकार का विवाद ना हो।
सेना के कलर की वर्दी पहनने की मनाही नहीं।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव के अनुसार हम यूनिफ़ॉर्म में रिमूवल गैंग की पट्टिका लगवा रहे हैं,ताकि उसका प्रभाव लोगो के बीच में रहे। उनका दावा है कि सेना की वर्दी के रंग की वर्दी पहनने की कोई मनाही नहीं है सेना की वर्दी कोई और पहने, सेना के स्टार कोई और लगाए वो अपराध है ।महापौर ने कहा कि यह अनुशासन के लिए किया गया अच्छा प्रयास है। रही बात कांग्रेस कि तो वो निगम कर्मचारियों को पीली गैंग कहती है लेकिन उन्हें यह पता हो कि यह वो गैंग है जिन्होंने इंदौर को स्वच्छता के शिखर पर सात बात पहुँचाया है और नंबर वन बनाया है।