इंदौर : महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय इन्दौर से सम्बध्द नेत्र चिकित्सालय स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फॉर आई चिकित्सालय, मरीजों के हित में लगातार अपग्रेड होकर सेवा में अग्रसर हो रहा है। इसी प्रक्रिया में अस्पताल को मध्यप्रदेश सरकार की हितग्राही नीति के तहत उन्नत तकनीक से लैस किया जा रहा है। चिकित्सालय को हाल ही में एक करोड़ से अधिक लागत की फंडस फोटोग्राफी अल्ट्रावाइड फील्ड कैमरा मशीन उपलब्ध कराई गई है जो मध्यप्रदेश के किसी भी शासकीय नेत्र चिकित्सालय में पहली अत्याधुनिक मशीन है। यह मशीन उपचार पूर्व होने वाली जांच एवं परीक्षण में नेत्र रोगियों के लिए बेहद उपयोगी सिध्द होगी। यह सुविधा संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा की पहल पर महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित के मार्गदर्शन में प्रारंभ की गई है।
मरीजों के हित में क्यों खास है फंडस फोटोग्राफी अल्ट्रावायड फील्ड कैमरा मशीन..?
इस मशीन का उपयोग नेत्ररोग मरीजों के रेटिना (आंखों के अंदर के पर्दे ) की सभी बीमारियों का परीक्षण कर बीमारी को बिना शल्य क्रिया के पहचान करने में किया जाता है। यह अत्याधुनिक मशीन रेटिना की तस्वीर लेकर उसकी रिकार्डिंग भी करती है, ताकि मधुमेह के रोगियों एवं अन्य रेटिना रोगियों में बीमारी को बढ़ने से पहले चिन्हित कर उसका उपचार करने में मदद मिल सके।
आयुष्मान मरीजों को नि:शुल्क और नॉन आयुष्मान मरीजों को मिल रहा है सस्ती दरों पर उपचार।
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. डी.के. शर्मा ने बताया कि स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस में आने वाले आयुष्मान मरीजों के लिए इस मशीन से उपचार की सुविधा नि:शुल्क होगी। शासन- प्रशासन द्वारा समय- समय पर लगाए जाने वाले कैंप में मरीजों को इस अत्याधुनिक मशीन की सुविधा के साथ जांचों एवं सर्जरी की सुविधा भी निशुल्क दी जाएगी।
नॉन आयुष्यमान एवं अन्य सामान्य मरीजों को जांच, उपचार व अन्य सर्जरी सुविधाएं सस्ती दर पर उपलब्ध कराई जा रही है।
अब तक 13 हजार से अधिक मरीज के नेत्र परीक्षण।
संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा के निर्देशन में स्कूल ऑफ एक्सीलेंस फॉर आई चिकित्सालय में ओपीडी की सेवा अप्रैल 2022 से प्रारंभ की गई थी। तब से लेकर अब तक लगभग 13 हजार 350 नेत्र रोगी स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस फॉर आई चिकित्सालय में परीक्षण का लाभ उठा चुके हैं। प्रतिदिन औसतन 150 से अधिक नेत्र रोगी स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस फॉर ऑई चिकित्सालय में परीक्षण का लाभ ले रहे है । चिकित्सालय प्रारंभ होने के बाद आज दिनांक तक लगभग साढे चार सौ मरीजों की सामान्य से लेकर जटिल शल्य क्रियाएं की जा चुकी है।
महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय इन्दौर से संबध्द चिकित्सालय, स्कूल ऑफ एक्सिलेंस फॉर आई के अधीक्षक डॉ. डी. के. शर्मा ने बताया कि इसे देश का उत्कृष्ट नेत्र चिकित्सालय बनाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। अस्पताल को उपलब्ध कराई गई यह अत्याधुनिक मशीन भी इन्ही प्रयासों का हिस्सा है। भविष्य में भी अस्पताल सामान्य मरीजों को बेहद कम शुल्क पर एवं आयुष्मान मरीजों को नि:शुल्क उपचार एवं शल्य चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।