महापौर पुष्यमित्र भार्गव और मंत्री तुलसी सिलावट ने की प्रभात फेरी की अगुआई।
बाबा रणजीत के जयघोष से गूंजा इंदौर का पश्चिम क्षेत्र।
इंदौर : शहर के पश्चिम क्षेत्र में शुक्रवार तड़के लाखों भक्तों का जमावड़ा सड़कों पर नजर आया। ये भक्तगण बाबा रणजीत हनुमान की प्रभात फेरी में शामिल होने के साथ उनकी एक झलक पाकर खुद को धन्य महसूस कर रहे थे। मार्ग में जगह-जगह मंच सजे थे जहां से बाबा रणजीत हनुमान के रथ पर पुष्प वर्षा की जा रही थी। भक्तों को कोई सूखे मेवे बांट रहा था तो कोई चाय पिला रहा था।हजारों लोग लोग नंगे पैर यात्रा में शामिल होने पहुंचे थे।
प्रभात फेरी का नेतृत्व इंदौर के प्रथम नागरिक पुष्यमित्र भार्गव, मंत्री तुलसी सिलावट और अन्य जनप्रतिनिधि कर रहे थे।
सुबह करीब 5 बजे मंदिर से स्वर्ण रथ पर सवार होकर बाबा रणजीत हनुमान जैसे ही नगर भ्रमण पर निकले, माहौल जय रणजीत के जयकारों से गूंज उठा। हर तरफ जय रणजीत के जयकारे लग रहे थे। लोग मंच से पुष्पवर्षा कर रहे थे। आसमान में उड़ रहे ड्रोन से भी फूल बरसाए जा रहे थे। 251 भक्तगण एक ही वेशभूषा में स्वर्ण रथ को हाथों से खींचते हुए चल रहे थे। बैंड बाजों की धुन पर थिरकते श्रद्धालु आस्था और उल्लास का अद्भुत मंजर पेश कर रहे थे। लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। समूचा यात्रा मार्ग भगवा पताकाओं से सजाया गया था। रंगारंग आतिशबाजी से मार्ग गुंजायमान हो रहा था। बड़ी संख्या में संत – महात्मा भी प्रभात फेरी में शामिल हुए।
प्रभातफेरी महूनाका, अन्नपूर्णा रोड, फूठीकोठी चौराहा होते हुए सात घंटे में रणजीत हनुमान मंदिर पर समाप्त हुई। यात्रा में महापौर भार्गव और केबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट के साथ विधायक आकाश विजयवर्गीय, बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, सावन सोनकर, सुदर्शन गुप्ता, एकलव्य गौड़, बबलू शर्मा सहित कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक शामिल हुए। यात्रा मार्ग पर पुलिस का माकूल इंतजाम रहा।
137 साल पुरानी है प्रभात फेरी की परंपरा।
बता दें कि रणजीत हनुमान की प्रभातफेरी की परंपरा 137 साल पुरानी है। कोरोना की वजह से दो साल इस परंपरा को विराम लग गया था, लेकिन शुक्रवार को प्रभातफेरी ने भीड़ के पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए।एक अनुमान के मुताबिक डेढ़ लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा रणजीत हनुमान की प्रभात फेरी में अपनी भागीदारी जताई।