प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के दीक्षारम्भ समारोह में बोले अतिथि वक्ता डॉ. बाली।
छात्र कृतज्ञता की आदत विकसित करें – डॉ. डेविश जैन
इंदौर : गतिशील वातावरण में स्मार्ट वर्किंग के लिए मल्टीपल चेक पॉइंट्स आवश्यक है। यह बात ग्लोबल कम्युनिकेशन स्पेशलिस्ट और कंसल्टेंट समर्थ बाली ने प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के नए दाखिल एमबीए छात्रों के दीक्षारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कही। छात्रों के बीच संचार कौशल के पोषण, तनाव प्रबंधन और समूह की गतिशीलता को संभालने पर जोर देते हुए बाली ने कहा कि छात्रों को अपने स्वयं निर्मित सुरक्षा कवच से बाहर निकलने, जीवन में सफल होने और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
छात्र अपने अंदर कृतज्ञता की आदत विकसित करें : डेविश जैन।
प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी, इंदौर के चांसलर तथा प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. डेविश जैन ने नए छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें अपने अंदर के स्पार्क को बचाए रखते हुए ‘कृतज्ञता’ की आदत विकसित करना चाहिए। डॉ. जैन ने छात्रों को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित किया।
दिनचर्या में करें बदलाव।
प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के सीनियर डायरेक्टर डॉ. देवाशीष मलिक ने छात्रों से जीवन में “दबाव या खुशी” की अवधारणा और युवाओं के लिए डिजिटल डिटॉक्सीफिकेशन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों से अपनी दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव कर एक्स्प्लोर करने का आह्वान किया।
प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के प्रो वाइस चांसलर, डॉ.अनिल बाजपेयी, पीआईएमआर यूजी के डायरेक्टर डॉ एस. रमन अय्यर ने भी छात्रों को अपने विचारशील और प्रेरक शब्दों से संबोधित किया।
एमबीए छात्रों की नई बैच को एक कुशल और सुचारू ऑनबोर्डिंग और आगे की यात्रा की सुविधा के लिए परिचालन ढांचे से अवगत कराया गया। छात्रों को आगामी दिनों में आयोजित होने वाली “व्यक्तिगत विकास प्रयोगशाला” के बारे में भी जानकारी दी गई। पीआईएमआर पीजी विपणन विभाग के प्रमुख डॉ. विपिन चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। दीक्षारंभ समारोह का संचालन डॉ. श्वेता मोगरे, डॉ. शैलश्री शर्मा, डॉ. चंचला जैन और डॉ. नेहा साहू द्वारा किया गया।