हिंदी भारत के भाल पर सजी बिंदी है : सत्तन

  
Last Updated:  January 11, 2024 " 05:29 pm"

हिन्दी विश्व में भारत का परिचय- राजीव नेमा।

कवि व प्रो. राजीव शर्मा स्वर्णाक्षर सम्मान से विभूषित।

मातृभाषा उन्नयन संस्थान और हिंदी साहित्य समिति ने हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में किया था आयोजन।

इन्दौर : विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर मध्यभारत हिन्दी साहित्य समिति व मातृभाषा उन्नयन संस्थान के संयुक्त तत्त्वावधान में बुधवार को एक समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रकवि एवं समिति के सभापति सत्यनारायण सत्तन ने की। मुख्य वक्ता अमेरिका से पधारे फ़िल्म अभिनेता राजीव नेमा थे।

दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत राकेश शर्मा, राजेश शर्मा, जयसिंह रघुवंशी, जलज व्यास, रमेश शर्मा ने किया। सरस्वती वंदना मणिमाला शर्मा ने प्रस्तुत की। समिति का परिचय डॉ. चित्रांगदा शर्मा व संस्थान परिचय अनुपमा समाधिया ने दिया। स्वागत उदबोधन मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने दिया।

वीणा पत्रिका के विशेषांक और हिंदी साहित्य समिति के कैलेंडर का विमोचन।

कार्यक्रम के औपचारिक शुभारंभ के बाद शताब्दी की ओर अग्रसर ‘वीणा पत्रिका’ के जनवरी अंक राम विशेषांक व समिति के कैलेण्डर का लोकार्पण किया गया। इसी के साथ कालिंदी की पुस्तक सर्वदायिनी पदयात्रा का विमोचन भी अतिथियों ने किया।

वैश्विक स्तर पर स्थापित हो रही हिंदी।

‘हिन्दी की वैश्विक स्थिति’ विषय पर व्याख्यान देते हुए मुख्य वक्ता अमेरिका से पधारे फ़िल्म अभिनेता राजीव नेमा ने कहा कि हम आज छोटे से मोबाइल से दुनिया नाप रहे हैं। हम और हमारी हिन्दी अब विस्तारित होती जा रही है। हिंदी को बढ़ाने में सोशल मीडिया अहम भूमिका निभा रहा है। अमेरिका सहित विश्व में भी हिन्दी हमारे देश की तरह मजबूत हो रही है।’

इस अवसर पर कवि सम्मेलन शताब्दी वर्ष के निमित्त मातृभाषा उन्नयन संस्थान द्वारा अंतरराष्ट्रीय कवि प्रो. (डॉ.) राजीव शर्मा को स्वर्णाक्षर सम्मान से नवाजा गया।

भारत के भाल पर सजी बिंदी है हिंदी।

अपने अध्यक्षीय उदबोधन में राष्ट्रकवि सत्यनारायण सत्तन ने हिंदी को भारत की बिंदी बताते हुए कहा कि ‘इसके प्रत्येक शब्द में अलग महत्त्व, ऊर्जा और संवाद है, जो अन्य किसी भाषा में संभव नहीं हैं। हिन्दी राष्ट्रवाहिनी है।’

कार्यक्रम के प्रथम सत्र का संचालन अखिलेश राव ने किया और अंत में आभार समिति के प्रचार मंत्री हरेराम वाजपेयी ने माना।

इसके बाद कार्यक्रम के दूसरे सत्र में कविताओं की महफिल सजाई गई। इसमें तिल्लोर से आकाश कुमार, इन्दौर से शिवम सिंह, रिया मोरे, निहारिका प्रजापति, अंशुक द्विवेदी, बड़ूद से पारस बिरला, भीकनगाँव से कृष्णपाल सिंह राजपूत, सनावद से मुजीब अमन और बड़वानी से नितेश कुशवाह ने काव्य पाठ किया।

आयोजन में इन्दौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी, महाराष्ट्र साहित्य सभा के अध्यक्ष अश्विन खरे, समिति की साहित्य मंत्री डॉ. पद्मा सिंह, वरिष्ठ पत्रकार कीर्ति राणा, अर्थ मंत्री राजेश शर्मा, परीक्षा मंत्री उमेश पारिख, उमेश नेमा, गिरेन्द्र सिंह भदौरिया, प्रदीप नवीन, संतोष मोहंती, सदाशिव कौतुक, संध्या राणा आदि मौजूद रहें।

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