इंदौर : मध्यक्षेत्र में लेफ्ट- राइट का नियम हटाने की मांग को लेकर कांग्रेस एक्शन मोड़ में है। सोमवार को व्यापारियों की बैठक में शामिल होने की अनुमति नहीं दिए जाने पर कलेक्टर कक्ष के बाहर विधायक संजय शुक्ला और शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल धरने पर बैठ गए थे। बाद में कलेक्टर मनीष सिंह से उनकी चर्चा हुई थी पर फैसला क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक पर अटक गया।
व्यापारियों से मांगा समर्थन, दुकाने खोलने का किया आग्रह।
मंगलवार सुबह शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और विधायक संजय शुक्ला कार्यकर्ताओं के साथ राजवाड़ा पर एकत्रित हुए। युवा नेता पिंटू जोशी भी उनके साथ थे। अहिल्या प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद कांग्रेसी नेता राजवाड़ा क्षेत्र के व्यापारियों से समर्थन मांगने निकल पड़े। उन्होंने घूम- घूमकर खुली दुकानों के व्यापारियों से मुलाकात की और मध्यक्षेत्र के साथ प्रशासन द्वारा किए जा रहे कथित भेदभाव के खिलाफ उनका समर्थन मांगा। वे ठेलेवालों के पास भी गए और नगर निगम की मनमानी के खिलाफ संघर्ष में उनसे सहयोग की अपेक्षा की। कांग्रेसियों ने बन्द दुकानें खोलने का आग्रह भी दुकानदारों से किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस दौरान प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
मध्यक्षेत्र के साथ भेदभाव क्यों, पिंटू जोशी के आक्रामक तेवर..!
कांग्रेस के युवा नेता पिंटू जोशी का कहना था कि जब पूरे शहर से लेफ्ट- राइट का नियम हटाकर कारोबार की खुली छूट दे दी गई है तो ऐन त्योहारों के मौके पर राजवाड़ा और मध्य क्षेत्र के कारोबारियों को इस नियम से छूट क्यों नहीं दी जा रही है। उनके साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है। उन्होंने आक्रामक लहजे में कहा कि मध्यक्षेत्र के व्यापारियों के साथ ये पक्षपात खत्म नहीं किया गया तो कांग्रेसजन प्रशासन और जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों से जनता सड़क पर निपटेगी।
कोरोना हर जगह फैल रहा है, फिर बंदिशें मध्यक्षेत्र में ही क्यों..?
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल का कहना था कि कोरोना संक्रमण से शहर का कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है, फिर केवल मध्यक्षेत्र को ही टारगेट क्यों किया जा रहा है। यह क्षेत्र कारोबार का प्रमुख केंद्र है। व्यापारियों के साथ ही उनके प्रतिष्ठानों में काम करने वाले हजारों लोगों की रोजी रोटी इससे जुड़ी हुई है। प्रशासन इस क्षेत्र में लेफ्ट – राइट का निर्णय थोपकर पक्षपात कर रहा है। शहर कांग्रेस व्यापारियों के साथ है और सड़क पर उनकी लड़ाई लड़ेगी।
कांग्रेस नेताओं को व्यापारियों का भी समर्थन मिला। उन्होंने प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए उन्हें भी सप्ताह में पूरे 6 दिन कारोबार करने की अनुमति देने की मांग की।