इंदौर : साप्ताहिक लॉक डाउन के तहत रविवार को पूरे प्रदेश के साथ इंदौर में भी टोटल लॉक डाउन रहा। ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र, हर जगह मुकम्मल तौर पर बन्द रखा गया। सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस को कहीं भी मशक्कत नहीं करनी पड़ी। ज्यादातर लोगों ने नियमों का पालन किया और घरों में बने रहे। सड़कों पर कुछ वाहन निकले भी तो वे उन सेवाओं से संबंधित थे जिन्हें लॉकडाउन से छूट दी गई थी। इसके अलावा कुछ लोग घरों से निकले भी तो सन्नाटा पसरा देख वापस लौट गए।
दूध वितरण व दवाई की दुकानों को दी गई थी छूट।
जिला प्रशासन ने लॉक डाउन को लेकर जो गाइडलाइन जारी की थी, उसमें दूध का एक समय सुबह वितरण, दवाई की दुकानें और अस्पतालों को छूट दी गई थी। इसी के साथ दवा निर्माण इकाइयों को भी लॉकडाउन से मुक्त रखा गया था। हालांकि शहर में दवाई की दुकानें भी कम ही खुली दिखाई दी। एमवायएच के सामने जरूर कई दुकानें खुली थीं। अत्यावश्यक होने पर लोगों ने वहां पहुंचकर दवाइयों की खरीदारी की। सप्ताह के 6 दिन बाजार खुले रहने से रविवार का लॉकडाउन लोगों के लिए किसी तरह की परेशानी का सबब नहीं बना। वैसे भी रविवार को अधिकांश बाजार बंद ही रहता है, ज्यादातर लोग घरों में ही रहना पसंद करते हैं।
कोरोना का बढ़ता संक्रमण कर रहा चिंतित।
फिलहाल रविवार को ही लॉक डाउन किया जा रहा है लेकिन जिसतरह कोरोना संक्रमितों की संख्या फिर बढ़ने लगी है, उसने शासन- प्रशासन की चिंता बढा दी है। ऐसे में लोगों ने, कारोबारियों ने, सब्जी- फल वालों ने एहतियात बरतने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया तो उन्हें लंबा लॉक डाउन झेलने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।