♦️ नरेंद्र भाले ♦️
अपने अस्तित्व के लिए संघर्षरत किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच हुआ घमासान रोमांच के शिखर पर जाकर संपन्न हुआ। पल पल गिरगिट की तरह रंग बदलते इस मैच में अंत तक किंग्स को पता नहीं था कि वह मैच जीत जाएंगे जबकि दूसरी तरफ हैदराबाद ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ेगा।
वास्तव में पंजाब को गुमान भी नहीं था कि मयंक अग्रवाल की अनुपस्थिति में उनकी बल्लेबाजी बुरी तरह बिखर जाएगी और रोते गाते स्कोर 126 तक पहुंच जाएगा । नारंगी टोपी धारी के एल राहुल (27), क्रिस गेल (20), मैक्सवेल (12) के सटीक गेंदबाजी के सामने आत्मसमर्पण के पश्चात खुरचन के रूप में निकोलस पूरन (नाबाद 32) ने फटेहाल स्कोर बोर्ड को पूरी तरह शर्मसार होने से बचाया। राशिद खान ने जिस गेंद पर राहुल को बोल्ड किया वह गुगली का उत्कृष्ट नमूना था। संदीप शर्मा ने आईपीएल में अपने 100 विकेट पूरे किए। दूसरी तरफ कप्तान वॉर्नर ने गेल और मैक्सवेल के उम्दा कैच लपके।
कुल मिलाकर सटीक गेंदबाजी ,शानदार क्षेत्ररक्षण ने किंग्स को आफत में डाल दिया।वानर्र -बेरियस्टो इस अंदाज में उतरे मानो उन्हें केवल 10 ओवर में ही लक्ष हासिल करना है। पावर प्ले में 52 रन इसका साक्षात प्रमाण था।
वार्नर 35 (20) और बैरियस्टो 19 (20) ने राहुल के होश उड़ा दिए। मुरूगन अश्विन ने जहां बेरियस्टो को बोल्ड किया वही वॉर्नर को राहुल की चतुराई भारी पड़ गई। उन्होंने डीआरएस का अचूक प्रयोग कर बिश्नोई को सफलता दिलवाई।
संकट में पिछले मैच के हीरो मनीष पांडे (15) और विजय शंकर (26) ने पारी संभालने के बहुतेरे प्रयास किए लेकिन इन दोनों के जाते ही किंग्स के हौसले बुलंद होने लगे। वह समय भी आया जब 12 गेंदों में 17 रन चाहिए थे और अर्शदीप सिंह ने कंजूस गेंदबाजी करते हुए बल्लेबाजों को विकेट देने पर मजबूर कर दिया। जहां जमे हुए विजय शंकर अर्शदीप के अचूक बाउंसर का शिकार हो गए हुए वही प्रियम गर्ग भी कुछ नहीं कर पाए। रनों की इस नाणा तंगी में जॉर्डन-अर्शदीप ने दो-दो विकेट चटकां कर हैदराबाद के हलक से लगभग निगला हुआ मैच निकाल लिया। कहां एक समय 97 पर 3 थे और कहां 114 पर टीम ऑल आउट होकर मैच हार गई। वास्तव में इस छोटे स्कोर वाले मैच में 12 रन की जीत ने किंग्स के हौसले बुलंद कर दिए हैं और पूरी संभावना है कि ऊपर की चार टीमों में कम से कम चौथे नंबर पर किंग्स की आने की पूरी संभावना है बशर्त अब शेष मैचों में उन्हें केवल जीत ही पर्याय है।