इंदौर : शनिवार को भोपाल में शिवराज सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने किसानों की आवाज को कुचलने का प्रयास किया।किसानो पर , महिलाओं पर , कांग्रेसजनो पर बर्बर तरीक़े से लाठीचार्ज किया गया।
भाजपा यह समझ नहीं रही है कि देश का सबसे बड़ा वर्ग किसान वर्ग है। जिस प्रकार से इन काले कृषि कानूनों के माध्यम से कृषि क्षेत्र का निजीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है , इन काले क़ानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमा पर लाखों किसान कड़ाके की ठंड में आंदोलन कर रहे हैं। इन काले क़ानूनों से हमारे देश की प्रदेश की अर्थव्यवस्था तबाह हो जायेगी , यह क़ानून हमारी आर्थिक गतिविधि को समाप्त कर देंगे , चौपट कर देंगे , इसका हम विरोध कर रहे है। ये कहना है पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का, वे रविवार को इंदौर प्रवास पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
बीजेपी के पास कहने को कुछ नहीं।
सीएम शिवराज और भाजपा के पास कहने को कुछ नहीं बचा है इसलिए किसानों को किसान नहीं मान रहे हैं। उनका ध्यान शराब की दुकानें बढ़ाने पर है। प्रदेश में
महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। रोज़ दरिंदगी की घटनाएं हो रही हैं लेकिन उस दिशा में इनका ध्यान नहीं है।सबसे ज्यादा बेरोजगारी मध्य प्रदेश में है।
मैं प्रदेश की जनता से अपील करता हूं कि अपना भविष्य सुरक्षित रखने के लिए सच्चाई का साथ दें।