गांधीनगर : शनिवार को तेजी से घूमें घटनाक्रम के तहत गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। वे 2016 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे। 2017 का विधानसभा चुनाव बीजेपी ने उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा था और सरकार बनाई थी।
चुनाव से पहले चेहरा बदलने की कवायद।
बताया जाता है कि कोरोना काल में बदइंतजामी को लेकर रुपाणी सरकार के खिलाफ गुजरात की जनता में नाराजगी व्याप्त हो गई थी। इसी के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल से भी सीएम विजय रुपाणी की पटरी नहीं बैठ पा रही थी। सत्ता और संगठन में तालमेल नहीं बैठ पाने से स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं में भी असमंजस की स्थिति बनीं हुई थी। गुजरात में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम बदलने की कवायद की। यही वजह है कि विजय रुपाणी को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा।
जो भी नई जिम्मेदारी मिलेगी, उसे निभाउंगा।
विजय रुपाणी ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से चर्चा में कहा है कि पार्टी में समय के साथ दायित्व बदलते रहते हैं। पार्टी में यह स्वभाविक प्रक्रिया है। मुझे 5 साल के लिए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली, यह बहुत बड़ी बात है। उन्होंने इसके लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। रुपाणी ने कहा कि अब मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी मैं उसका निर्वहन करूंगा। हम पद नहीं जिम्मेदारी कहते हैं। मुझे जो जिम्मेदारी मिली थी वह मैंने पूरी की है। रुपाणी ने कहा कि बीजेपी में चेहरा पीएम नरेंद्र मोदी ही हैं। 2022 का विधानसभा चुनाव नरेंद्र मोदी की अगुवाई में ही लड़ा जाएगा।
मनसुख मांडविया बन सकते हैं नए सीएम।
मोदी मन्त्रिमण्डल के सदस्य केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया का नाम गुजरात के नए सीएम की दौड़ में सबसे आगे चल रहा है। इसी के साथ लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल और कद्दावर नेता नितिन पटेल के भी नाम सीएम पद की चर्चा में हैं।