इंदौर : संस्था ”आनंद गोष्ठी” के बैनर तले प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी नरक चतुर्दशी पर (बुधवार, 3 नवम्बर) इंदौर शहर के हर श्मशान (मुक्तिधाम) के मुख्यद्वार पर “पुरखों के नाम एक दीपक” लगाया गया, रंगबिरंगी रंगोली सजाई गई और पूर्वजों का पुण्य स्मरण कर उनसे राष्ट्र की सुख, समृद्धि व सौभाग्य के आशीर्वाद की कामना की गई। इसीतरह अपनी त्रुटियों के लिए क्षमायाचना भी की गई।
दिवंगत पूर्वजों और शहीदों के नाम किया दीपदान।
संस्था ‘आनंद गोष्ठी’ के संरक्षक गोविंद मालू ने बताया कि पुरखों की याद में दीप जलाने का यह अनुष्ठान नरक चतुर्दशी के दिन इसलिए महत्वपूर्ण है,कि इस दिन पितृमोक्ष की कामना करने पर पितृशांति मिलती है,जिससे जीवन सुखमय व समृद्धशाली होता है। पूर्वजों के साथ शहीदों और कोरोना काल में दिवंगतों के लिए भी मोक्ष की कामना की गई और दीपदान किया गया।
जूनी इंदौर मुक्तिधाम के गेट पर हुआ मुख्य कार्यक्रम।
मुख्य कार्यक्रम बुधवार शाम जूनी इंदौर मुक्तिधाम पर संस्था के संरक्षक गोविन्द मालू के नेतृत्व में हुआ | संस्था के लालू शर्मा एवं साथियों ने आकर्षक रंगोली बनाई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से जगमोहन वर्मा, देवकीनंदन तिवारी,कैलाश यादव,मुकेश खिंची,जितेन्द्र नावरे,उमेश राठौर,लक्की मेवाती,अंकित मगरे,अमित विजयवर्गीय,विशाल देशपांडे,दिनेश गोयल,आदर्श सचान,संतोष मिश्रा आदि मौजूद रहे।
आचार्य पं.रामचंद्र शर्मा “वैदिक” ने सभी मुक्तिधामों पर मंत्रोक्त ऑनलाइन दीपदान की विधि संपन्न करवाई।
संस्था के अन्य पदाधिकारियों ने जैसे रामबाग मुक्तिधाम में सुधीर दांडेकर ,पंचकुइया मुक्तिधाम पर प्रताप करोसिया, बाणगंगा मुक्तिधाम पर गोलू रघुवंशी,तिलक नगर मुक्तिधाम पर होलासराय सोनी व दिनेश गर्ग, चितावद मुक्तिधाम पर राजू बौरासी, मालवा मिल मुक्तिधाम पर रवि खोकर और रीजनल पार्क मुक्तिधाम पर योगेश हार्डिया के संयोजन में दीपदान किया गया, रंगोली बनाई गई व संकल्प लिया गया।