इंदौर : इंदौर जिले में दस नवम्बर से चार चरणों में शुरू हो रहे टीकाकरण महा-अभियान की व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। इस अभियान के तहत दूसरा डोज लगाने के लक्ष्य को पूरा करने में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की अहम भूमिका है। विभाग का जिले में व्यापक नेटवर्क है। सभी कर्मचारी-अधिकारी अपने कर्तव्यों का पूरी गंभीरता के साथ निर्वहन करें। कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह बात कलेक्टर मनीष सिंह ने सोमवार को बुलाई गई महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक में कही। बैठक में अपर कलेक्टर पवन जैन और अभय बेड़ेकर, महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी सी.एल. पासी, सहायक संचालक राम निवास बुधोलिया आदि उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर मनीष सिंह ने सभी अधिकारियों को टीकाकरण महा-अभियान सुव्यस्थित रूप से सम्पन्न कराने के दायित्व सौपे। उन्होंने कहा कि सभी आँगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्रों का सर्वे करें और ऐसे व्यक्ति जिन्हें टीके का दूसरा डोज नहीं लगा है, उनकी जानकारी एकत्रित करें। साथ ही वे ऐसे लोगों को प्रेरित करें कि वे टीके का दूसरा डोज जरूर लगवाये। उन्हें टीकाकरण केन्द्रों तक पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित भी करें। इस कार्य की, विभाग के सुपर वाइजर मॉनिटरिंग करें। सुपर वाइजर के कार्यों की निगरानी संबंधित सीडीपीओ करें। इनके कार्यों का नियंत्रण विभाग के जिला अधिकारी सुनिश्चित करें। कर्तव्यों में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाए।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सुपरवाइजर के खिलाफ कार्रवाई।
समीक्षा के दौरान कर्तव्यों में लापरवाही पाये जाने पर एक आँगनवाड़ी कार्यकर्ता और एक सुपरवाइजर के विरूद्ध कार्रवाई करने के निर्देश भी कलेक्टर मनीष सिंह ने दिए।