इंदौर: चार-दिवसीय छठ महोत्सव का समापन गुरुवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ हुआ। मध्य रात्रि के बाद से ही शहर के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं एवं छठ व्रतियों का आना शुरू हो गया। सुबह 4 बजे तक शहर के सभी घाट छठ उपासकों एवं श्रद्धालुओं से भरे नज़र आ रहे थे।
सूर्योदय होते ही घाटों पर उपस्थित बिहार एवं पूर्वांचल के साथ साथ स्थानीय श्रद्धालुओं ने सूर्यदेव के उदीयमान स्वरुप को मंत्रोच्चार के बीच अर्घ्य देकर घर परिवार, समाज एवं देश की सुख समृद्धि और कोरोना महामारी से मुक्ति की कामना की । पूर्वोत्तर सांस्कृतिक संस्थान के प्रदेश महासचिव के के झा ने कहा कि शहर के कई घाटों पर स्थानीय नेताओं, विशेषरूप से कैलाश विजयवर्गीय, शंकर लालवानी, जीतू पटवारी, संजय शुक्ला ने उपस्थित होकर भगवान् भास्कर को अर्घ्य दिया और छठ पूजा में सम्मिलित हुए। तुलसी नगर में छठ आयोजकों द्वारा उपस्थित श्रद्धालुओं को ठेकुआ, केला एवं अन्य मौसमी फलों का प्रसाद वितरण किया गया।
पूजा-अर्चना समाप्त होने के पश्चात घाट का पूजन किया गया। वहां उपस्थित लोगों में प्रसाद वितरण करके व्रतधारी घर आए और घर पर भी अपने परिवार में प्रसाद वितरण किया। व्रतधारियों ने घर वापस आकर पीपल के पेड़ की पूजा की। इसके बाद कच्चे दूध का शरबत पीकर तथा थोड़ा प्रसाद खाकर व्रत पूर्ण किया। खरना के दिन से इस दिन तक निर्जला उपवास करने के बाद फिर नमक युक्त भोजन ग्रहण किया।