इंदौर: जाल सभागृह में आयोजित गुनिजान संगीत समारोह के दूसरे दिन रविवार को सुबह के सत्र में संजय गरुड़ ने शास्त्रीय गायन पेश किया। उन्होंने राग अहीर भैरव में विलंबित एकताल में निबद्ध बंदिश म्हारा रसिया पेश की। बाद में उन्होंने मध्य त्रिताल की बंदिश अलबेला साजन आयो रे गाकर श्रोताओं की खूब दाद बटोरी। श्री गरुड़ ने ठुमरी और भजन गाकर अपने गायन का समापन किया।
बाद में ख्यात लोक गीत गायक पद्मश्री प्रहलाद टिपानिया ने कबीर के भजनों की दमदार प्रस्तुति दी। सहयोगी कलाकारों ने उनका साथ बखूबी निभाया।
इस मौके पर आयोजक संस्था पंचम निषाद संगीत संस्थान के बाल कलाकारों ने भी राग नटभैरव में बंदिश और तराना गाकर अपनी प्रतिभा का नजारा पेश किया।
आज शाम के सत्र में मीनल मोडक शास्त्रीय गायन और नरेश माड़गाँवकर संतूर वादन पेश करेंगे। समारोह का समापन गुंदेचा बंधुओं के ध्रुपद गायन के साथ होगा।
गुनिजान समारोह में गरुड़- टिपानिया की दमदार प्रस्तुति
Last Updated: February 3, 2019 " 09:02 am"
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