इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि स्टार्टअप के लिये प्रदेश में अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जाएगा। वित्तीय मदद तथा अन्य सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी। इंदौर को देश की स्टार्टअप केपिटल बनाया जाएगा। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे आगे आकर अधिक से अधिक स्टार्टअप प्रारंभ करें। राज्य शासन उन्हें पूरी मदद करेगा।
मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में युवा स्टार्टअप उद्यमियों द्वारा आयोजित स्टार्ट इन इंदौर कॉन्क्लेव को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सांसद शंकर लालवानी, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, डॉ. निशांत खरे, कलेक्टर मनीष सिंह, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में युवा स्टार्टअप उद्यमी मौजूद थे।
दुनिया में असंभव कुछ नहीं है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि युवाओं में कार्य करने की असीम क्षमता है। दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं है। मनुष्य चाहे तो ब्रम्हाण्ड में भी कमाण्ड कर सकता है। जो वह सोच सकते हैं, वह सब कर भी सकते हैं। करो ऐसा कि दुनिया उसे देखती रह जाए और याद करे। मन में कुछ करने की तलब पैदा की जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप की सफलता भी इन्हीं बातों पर निर्भर है।
आत्मनिर्भर मप्र की दिशा में बढ़ रहे आगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की असली ताकत जनता है। आज आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के चार प्रमुख आयाम हैं, इनमें इन्फ्रास्ट्रक्चर, हेल्थ और एजुकेशन, गुड गवर्नेस, अर्थव्यवस्था और रोजगार। प्रदेश में तेजी से औद्योगिक निवेश भी बढ़ रहा है। नए औद्योगिक केंद्र भी बनाए जा रहे हैं।
इंदौर को बनाएंगे स्टार्टअप कैपिटल।
सीएम शिवराज ने कहा कि इंदौर को स्टार्टअप ऑफ कैपिटल बनाया जाएगा। नये उद्योगों के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में नवीन इंडस्ट्रीयल एरिया विकसित किए जा रहे हैं। सभी स्टार्टअप आगे बढ़े, यह राज्य शासन की मंशा है। इसके लिए सरकार द्वारा पूरी मदद दी जाएगी।
स्टार्टअप्स की मदद के लिए बनाएंगे वेंचर फण्ड।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के कार्यक्रम के माध्यम से आए सुझावों को मूर्त रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को मदद करने के लिए वेंचर फंड की स्थापना की जाएगी। इस संबंध में कारगर योजना बनाई जाएगी। इंदौर को आईटी हब बनाने की दिशा में भी तेजी से कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि उद्यमियों को जमीन, वित्तीय सुविधा आदि मुहैया कराने के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी। स्टार्टअप को वित्तीय मदद देने के लिए मॉडल विकसित किया जाएगा। ग्लोबल स्टार्टअप इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन भी होगा।
300 स्टार्टअप उद्यमियों के फोरम।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि इंदौर स्टार्टअप का हब बने। उनकी इस मंशा को मूर्तरूप देने का कार्य शुरू हो गया है। इंदौर में 300 स्टार्टअप उद्यमियों का फोरम बनाया गया है। इस फोरम का यह पहला कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि जल्दी एक और महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि इंदौर में 24 घंटे कार्य करने की संस्कृति एवं वातावरण को विकसित किए जाने की जरूरत है। एक आईटी का बड़ा पार्क भी होना चाहिए।
डॉ. निशांत खरे ने संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व में नवाचार करना बहुत कठिन एवं चुनौतीपूर्ण था। शासन द्वारा किए गए प्रयासों से नवाचार एवं नया कार्य करना अब आसान हो गया है। उन्होंने बताया कि आज के सम्मेलन में लगभग 250 स्टार्टअप्स शामिल हुए हैं। यह बड़ी उपलब्धि है। स्टार्टअप नीति बनाने के संबंध में सुझाव लिए जा रहे हैं। कार्यक्रम में अनेक स्टार्टअप उद्यमियों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
स्वच्छता गीत की लॉन्चिंग।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के स्वच्छता अभियान से संबंधित स्वच्छता गीत का विमोचन भी किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में स्टार्ट इन इंदौर फोरम के ऑर्गनाइजिंग चेयरमेन रजत जैन ने कार्यक्रम की रूपरेखा एवं इसके उद्देश्य के बारे में जानकारी दी।