इंदौर : सहायक यंत्री द्वारा वरिष्ठ अधिकारी से अभद्रता किए जाने पर उसे गौशाला भेजते हुए वाहन, मोबाइल एवं मोटोरोला सेट वापस ले लिया गया।
बताया जाता है कि हर्षित तिवारी, सहायक यंत्री, स्मार्ट सिटी द्वारा स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री डी.आर. लोधी से अभद्र व्यवहार करते हुए उनके बारे में आपत्तिजनक, अनर्गल एवं अशोभनीय भाषा का प्रयोग करते हुए व्हाट्सअप ग्रुप पर मैसेज डाला गया था। तिवारी द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी के प्रति किए दुर्व्यवहार का यह कृत्य कार्यालयीन मर्यादाओं के विपरीत होने के साथ-साथ म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के प्रावधानों के प्रतिकूल एवं अनुशासनहीनता का प्रतीक होकर वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति असंवेदनशील लापरवाही पूर्ण कार्य होना पाया गया।
बता दें कि हर्षित तिवारी, सहायक यंत्री, स्मार्ट सिटी जो कि नगर पालिक निगम, इंदौर में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) से प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ हैं। तिवारी को निगम द्वारा स्मार्ट सिटी मेें कार्य सौंपा गया था,!
शासन को सेवाएं लौटाने के लिए लिखा पत्र।
निगम आयुक्त प्रतिभा पाल ने तिवारी के उक्त गलत आचरण को लेकर तत्काल प्रभाव से स्मार्ट सिटी के तहत आवंटित समस्त कार्य वापस लेकर निगम की रेशम केन्द्र गौशाला में पदस्थ किया गया है। तिवारी को नगर निगम इंदौर से प्राप्त सभी सुविधाएं जिसके अंतर्गत वाहन, मोबाइल एवं मोटोरोला सेट कार्यालय में जमा कराए गए। उनके विरुद्ध विभागीय जांच शुरू की गई एवं प्रमुख सचिव, म.प्र. शासन, नगरीय विकास एवं आवास विभाग को उनकी प्रतिनियुक्ति सेवायें नगर निगम इंदौर से तत्काल वापस लेने के लिए पत्र भी प्रेषित किया गया गया।