इंदौर : करोड़ों रुपए की धोखाधडी कर पांच प्रकरणों में फरार, 40 हजार रुपए के उदघोषित इनामी आरोपी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है।
शातिर आरोपी ने आवेदकों के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर करोड़ो रुपए के फर्जी लोन पास करवाकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया था।
पकड़ा गया आरोपी आंध्रा बैंक की छावनी ब्रांच में मैनेजर के पद पर पदस्थ था। उसने पद का दुरुपयोग कर कई पीड़ितों को झूठ बोलकर अपने साथी आरोपियों के द्वारा आवेदकों के कूटरचित दस्तावेजों तैयार करवाए और फर्जी लोन अप्रूव करवाकर राशि अपने और साथियों के खाते में स्थानांतरित करवा ली।
आरोपी अपराध पंजीबद्ध होने के बाद से ही राजस्थान के जयपुर सहित अन्य जिलों में छिपकर फरारी काट रहा था। आरोपी का नाम राजकुमार पिता कांडूराम मीणा उम्र 37 वर्ष निवासी– म.नं. 117 स्वामी विवेकानंद नगर नाकोड़ा स्वीट्स के सामने बंगाली स्क्वेयर के पास इंदौर मूल निवासी– सेक्टर 19 प्रताप नगर जयपुर, राजस्थान बताया गया।
आरोपी राजकुमार मीणा आंध्रा बैंक शाखा छावनी इंदौर के तात्कालिक ब्रांच मैनेजर के पद पर पदस्थ था, उसने अपने साथी आरोपियों के साथ मिलकर वर्ष 2018 में फरियादी की गैर मौजूदगी में फरियादी की फर्म अलमास बिल्डर्स के नाम से फर्जी बैंक अकाउंट खोलकर, बिना आवेदक की जानकारी के चेकबुक इश्यू कर फर्जी हस्ताक्षर चेक पर करते हुए , कूटरचित दस्तावेज तैयार किए और करीब 02 करोड़ रुपए का घोटाला कर कर ठगी की। इसपर फरियादी ने थाना संयोगितागंज में अपराध क्रमांक 262/19 का कायम कराया था।
इसी तरह एक और फरियादी को प्लॉट और मकान के नाम पर लोन अप्रूव करने का बोलकर आरोपी द्वारा आवेदक से बैंक में करंट अकाउंट ओपन करवाकर कोरे चेक पर हस्ताक्षर करवा लिए गए। फरियादी के नाम से अप्रूव 25 लाख की लोन राशि को अपने साथी आरोपियों के अकाउंट में ट्रांसफर कर धोखाधडी की, जिसपर फरियादी द्वारा थाना संयोगितागंज में क्रमांक अपराध 502/19 का पंजीबद्ध कराया गया था।
एक और फरियादी के साथ बैंक मैनेजर आरोपी राजकुमार और उसके साथियों आरोपियों ने षड्यंत्र पूर्वक उसका आंध्र बैंक में खाता खुलवाकर समस्त निजी दस्तावेज प्राप्त किए और कोरे चेक पर हस्ताक्षर करवाकर उनका दुरुपयोग करते हुए प्लॉट पर 7 लाख का मुद्रा लोन एवं सिलिकॉन वैली में फ्लैट के नाम से 20 लाख फर्जी लोन अप्रुव करवा लिया। उक्त राशि को किसी अन्य व्यक्ति के में ट्रांसफर कर धोखाधड़ी की गई, जिसपर फरियादी द्वारा थाना संयोगितागंज में अपराध क्रमांक 533/19 का पंजीबद्ध कराया गया था।
पूछताछ में आरोपी राजकुमार ने पद का दुरुपयोग कर कई लोगो के नाम से फर्जी लोन अप्रूव कर उक्त राशि को किसी अन्य के खाते में ट्रांसफर कर करोड़ो रुपए की धोखाधडी करना स्वीकार किया।
आरोपी के विरुद्ध अग्रिम वैधानिक कार्रवाई थाना संयोगितागंज द्वारा की जा रही है।