सेना सहित राहत और बचाव कार्य में दक्ष एजेंसियां बांध प्रभावित क्षेत्रों में तैनात
बांध से पानी की निकासी के लिए जा रहे प्रबंध।
इंदौर : धार जिले के गुजरी स्थित कारम बांध से पानी का रिसाव रोकने के प्रयास युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं। तकनीकि विशेषज्ञों के साथ तमाम संसाधन रिसाव रोकने में लगाए गए हैं। धार व खरगौन जिले के प्रशासनिक अमले को बांध प्रभावित गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और उनके भोजन – पानी का पर्याप्त इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। खरगौन जिले के 6 और धार जिले के 11 गांव खाली कराए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस, होमगार्ड और अन्य अन्य एजेंसियों के प्रशिक्षित जवानों को तमाम संसाधनों के साथ किसी भी आपदा से निपटने हेतु तैनात किया गया।
जाँच समिति गठित, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि बांध के लीकेज के संबंध में विशेषज्ञों की जांच समिति गठित कर दी गई है। समिति को शीघ्र प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। इस संबंध में लापरवाही पाए जाने पर दोषियों को चिन्हित कर कड़ी वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
स्थिति पूर्णतया नियंत्रण में।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट स्वयं उद्योग संवर्धन मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव के साथ लगातार मौके पर कैंप किए हुए हैं। संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश कुमार गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन कार्य संचालित कर रहे हैं।
मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि हालात पूरीतरह नियंत्रण में हैं। रिसाव को रोकने के साथ चैनल के जरिए पानी की निकासी के प्रबंध किए जा रहे हैं। जल संसाधन विभाग के सभी आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
किसी भी प्रकार से जन धन की हानि नहीं होने देंगे।
मंत्री सिलावट ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्थिति के संबंध में लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। सरकार सजगता से कार्य कर रही है। यहाँ आपदा प्रबंधन के लिए सेना की इकाई भी पहुंच चुकी है। उन्होंने सभी ग्रामवासियों को आश्वस्त किया है कि किसी भी प्रकार की जन धन हानि नहीं होने दी जाएगी। इस बाबत सभी इन्तजाम सुनिश्चित कर लिए गए हैं।
चैनल बनाकर की जा रही पानी की निकासी की व्यवस्था।
बांध के दाहिने हिस्से में रॉक कटर मशीनों और पोकलेन की मदद से चैनल बनाकर पानी निकासी की व्यवस्था की जा रही है। हेलीकॉप्टर द्वारा भी बांध और उसके इर्द गिर्द गांवो की निगरानी की जा रही है।