इंदौर : बीती 24 अगस्त से प्रारंभ हुई इंदौर – नई दिल्ली – इंदौर त्रिसाप्ताहिक ट्रेन का संचालन पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के स्टॉफ द्वारा ही किया जाएगा। रेलवे मुख्यालय ने इस बारे में स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं।
कोटा में स्टॉफ के साथ की गई थी अभद्रता।
बता दें कि 24 अगस्त को औपचारिक शुभारंभ के बाद गाड़ी संख्या 20957 इंदौर – नई दिल्ली सुपर फास्ट एक्सप्रेस जब रात करीब 11बजे कोटा पहुंची तो पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल के सीटीआई और अन्य लोगों ने ट्रेन में मौजूद रतलाम मंडल के टीटीई स्टॉफ के सदस्य सत्यनारायण मीणा, एन एस मीणा और मंजीत सोहेल के साथ धक्कामुक्की और अभद्रता करते हुए चार्ट छीनने की कोशिश की। वे पश्चिम रेलवे के लिखित आदेश को भी मानने को तैयार नहीं थे। डेढ़ घंटे तक उन्होंने ट्रेन को आगे नहीं बढ़ने दिया। इसके चलते मजबूर होकर रतलाम मंडल के टीटीई स्टॉफ को यात्री चार्ट कोटा मंडल के स्टॉफ को सौंपना पड़ा। इंदौर लौटकर अभद्रता का शिकार हुए टीटीई स्टॉफ ने अपने साथियों के साथ समूचे घटनाक्रम पर आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन कर वरिष्ठ अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिए कोटा की घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। इसके बाद मामला रेलवे मुख्यालय तक पहुंचा। वहां से ये स्पष्ट कर दिया गया कि गाड़ी संख्या 20957/20958 इंदौर – नई दिल्ली – इंदौर ट्रेन को रतलाम मंडल का टीटीई स्टॉफ ही संचालित करेगा। कोटा मंडल का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।