इंदौर : साइबर हेल्पलाइन की 03 शिकायतों में क्राइम ब्रांच इंदौर ने त्वरित कार्रवाई कर आवेदकों के 05 लाख 23 हजार 500 रूपए सकुशल वापस कराए।आवेदकों के साथ अलग– अलग तरह से झूठ बोलकर फ्रॉड किया गया था। क्राइम ब्रांच इंदौर के फ्रॉड इंन्वेस्टीगेशन सेल द्वारा आवेदको से फ्राड की पूरी जानकारी लेकर जांच की गई, जिसमें पता चला कि (1).आवेदक श्रीकांत निवासी इंदौर को अनजान ठग द्वारा आवेदक के IDFC bank के क्रेडिट कार्ड पर फर्जी ऑफर्स बताते हुए कार्ड प्रोटेक्शन एवं मेडिक्लेम इंश्योरेंस करने का झूठ बोलकर आवेदक के क्रेडिट कार्ड एवं OTP की जानकारी प्राप्त करते हुए आवेदक के क्रेडिट कार्ड से 1,80,000/– रुपए आहरित कर उक्त राशि अन्य बैंक खाते में ट्रांसफर कर ली गई। क्राइम ब्रांच ने तत्काल संबंधित बैंकों से संपर्क कर आवेदक की आहरित राशि सकुशल रिफंड कराई गई।
(2).आवेदक शिवम द्वारा olx के मध्यम से संपर्क करते हुए अंजान अनावेदक कुणाल बडोला निवासी नागपुर, महाराष्ट्र वर्तमान निवासी इंदौर से मित्रता हुई, और आवेदक, अनावेदक एक साथ रूम पार्टनर बनकर रहने लगे, अनावेदक कुणाल द्वारा स्वयं को श्रीराम फाइनेंस बैंक का कर्मचारी बताते हुए, आवेदक को कार डिस्काउंट में दिलाने का झांसा देकर 1,68,500/– रू प्राप्त कर लिए और रूम छोड़कर फरार हो गया। जिसपर क्राइम ब्रांच द्वारा आवेदक से ट्रांजेक्शन की डिटेल्स लेकर अनावेदक कुणाल बडोला निवासी नागपुर, महाराष्ट्र के Axis Bank में ट्रांसफर हुई राशि को आवेदक के खाते में सकुशल वापस करवाया।
(3).आवेदिका निकिता द्वारा अपने SBI bank अकाउंट से पिताजी को 1,75,000/– रू ट्रांसफर करते वक्त गलती से किसी अनजान व्यक्ति के बैंक में ट्रांसफर हो गए, आवेदिका द्वारा प्रयास करने पर अनावदेक से पैसे प्राप्त न होने पर, आवेदिका ने साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत की। क्राइम ब्रांच की टीम ने आवेदिका से ट्रांजेक्शन की जानकारी प्राप्त कर कर रूपए एक लाख 75 हजार रूपए वापस कराए गए।