इंदौर : दीपावली की पूर्व संध्या पर रविवार को राजेंद्र नगर और उसकी आस पास की बीस से अधिक कॉलोनियों के रहवासियों के लिए रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई। शहर की सबसे बड़ी रंगोली प्रतियोगिता के इस आयोजन में 125 से भी अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
प्रतियोगिता संयोजक मृदुला चिंचोलीकर, उत्तरा पानसे, मानसी बेहरे और मीनल आठले ने बताया कि रंगोली बनाने की कला और संस्कृति से युवा पीढ़ी को अवगत कराने के उद्देश्य से लगातार आठवें वर्ष दिवाली के अवसर पर यह प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। अपने उद्देश्य की पूर्ति में आयोजन पूर्णतः सफल रहा। ना सिर्फ युवा कलाकारों ने अपितु आठ से ले कर तेरह वर्ष के बालक बालिकाओं ने भी इसमें भाग ले कर सुंदर और आकर्षक रंगोलियां बनाई । इनमें प्रमुख रूप से अयोध्या का राम मंदिर, राम और हनुमान का मिलन, महाकाल लोक, राधा कृष्ण आदि की मनोहारी रंगोलियां शामिल थीं। इसी तरह महालक्ष्मी के विभिन्न रूप, मां, बेटी और पिता के आपसी संबंधों को दर्शाने वाली आकर्षक रंगोलियां भी बनाई गई थी ।
रंगोली प्रतियोगिता के लिए 9 विभिन्न क्षेत्र बनाए गए थे। प्रत्येक क्षेत्र में पृथक पुरस्कार दिए गए । इसी तरह रंगोली को भी तीन विधा फ्री हैंड, संस्कार भारती तथा बिंदी वाली श्रेणी में विभाजित कर प्रत्येक श्रेणी में अलग अलग विजेता घोषित किए गए । प्रतियोगिता के निर्णायक थे श्वेता दस्ते, अल्पना दीक्षित, राजेश्री चिटनीस, स्वाति वाडगे, मृणाल त्रिकांडे और दीपाली टिकेकर।