इंदौर : राष्ट्र सेविका समिति द्वारा जाल सभागृह में आयोजित दो दिवसीय लक्ष्मीबाई केळकर स्मृति व्याख्यानमाला के दूसरे और अंतिम दिन मंगलवार को भोपाल से आए लक्ष्मणसिंह मरकाम ने “तेजस्वी राष्ट्र के पुनर्निर्माण में जन सामान्य की भूमिका” विषय पर व्याख्यान दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी रत्ना बोचरे ने की। कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थी।
वैश्विक स्तर पर हिंदू समाज को कमजोर करने का किया जा रहा प्रयास।
श्री मरकाम ने कहा कि तेजस्वी, यशस्वी, ओजस्वी, तपस्वी चारों में स्व निहित है। इस स्व के पुनर्जागरण की आवश्यकता है। हमें स्वयं को जगाना है। हिंदू के चरित्र निर्माण के पूर्व उसका संगठित होना आवश्यक है। देशहित,राष्ट्रहित,समाजहित को ठेके पर नहीं दिया जा सकता, यह समाज ही कर सकता है। वैश्विक स्तर पर हिन्दू समाज को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। जनसंख्या असंतुलन पैदा किया जा रहा है। जडों पर आक्रमण हो रहे हैं, जैसे रामचरित मानस को जलाया गया। आर्थिक, सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग को तोड़ने का प्रयास चल रहा है इसलिए हमे संगठित होना आवश्यक है। अपने उद्बोधन के बाद श्री मरकाम ने श्रोताओं के सवालों के भी जवाब दिए।
कॉमन सिविल कोड लागू होना चाहिए।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि सीएए,एनआरसी के साथ कॉमन सिविल कोड लागू होना वक्त की जरूरत है। श्री मरकाम ने जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की भी वकालत की।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अध्यक्ष रत्ना बोचरे का स्वागत सीमा भिसे, वक्ता लक्ष्मणसिंह मरकाम का स्वागत आरती मिश्रा द्वारा किया गया। मंत्री उषा ठाकुर का स्वागत भारती कुशवाह ने किया।
गीत प्रस्तुति शालिनी गुप्ता ने दी। वंदे मातरम गायन श्रुति शेन्द्रे ने पेश किया।
विषय की प्रस्तावना भारती कुशवाह ने रखी। कार्यक्रम संचालन ग्रीष्मा त्रिवेदी ने किया। आभार आरती मिश्रा ने माना।