प्रदेश में बदहाल होती चिकित्सा सेवाओं में सुधार की मांग को लेकर निकाली गई विशाल रैली

  
Last Updated:  February 3, 2023 " 09:24 pm"

चिकित्सा बचाओ, चिकित्सक बचाओ के नारे के साथ इंदौर आई चिकित्सा सेवा यात्रा का किया गया भव्य स्वागत

इंदौर : शहर के समस्त शासकीय अस्पतालों, चिकित्सा महाविद्यालय, आईएमए के चिकित्सक, जूनियर डॉक्टर, नर्सिंग होम एसोसिशन के पदाधिकारी, समस्त नर्सिंग ऑफिसर, पैरामेडिकल स्टॉफ सहित चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लगभग 5 हजार लोगों ने इंदौर में विशाल रैली निकाली। चिकित्सा बचाओ, चिकित्सक बचाओ के नारे के साथ प्रदेश में निकाली जा रही चिकित्सा सेवा यात्रा के इंदौर आगमन पर यह रैली आयोजित की गई। रैली का शुभारंभ सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल से हुआ। यहां से M.R.T.B हॉस्पिटल, मधुमिलन चौराहा, दवा बाजार, एमवाय अस्पताल होते हुए यह रैली किंग एडवर्ड मेडिकल स्कूल के मैदान पर पहुंचकर सभा में परिवर्तित हो गई। यहां सजाए मंच पर चिकित्सक महासंघ के पदाधिकारी, आईएमए अध्यक्ष, क्षेत्रीय संचालक, सीएमएचओ, डीन, M.Y.H अधीक्षक, सिविल सर्जन, मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी, जूनियर डॉक्टर एसोशिएशन के पदाधिकारी,नर्सिंग ऑफिसर एसोसिएशन, तृतीय वर्ग कर्मचारीसंघ,लघुवेतन कर्मचारी संघ,,अजाक्स, राज्य कर्मचारी संघ, फार्मासिस्ट एसोसिएशन, अपाक्स संघ, नर्सिंग एसो., मेडिकल लेब टेक्नीशियन एसोसिएशन, व अन्य संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे।

भगवान धन्वंतरि के पूजन के बाद अपनी बात रखते हुए मेडिकल टीचर्स एसो. इंदौर के अध्यक्ष डॉ. अरविंद घनघोरिया और अन्य वक्ताओं ने चिकित्सा सेवाओं के प्रति शासन की उदासीनता पर आक्रोश जताया। उनका कहना था कि मप्र का स्थान चिकित्सा सेवाओं के मामले में सबसे निचले स्तर पर है। सरकारी अस्पतालों में संसाधनों की कमी से मजबूरन बाहर जांचें करवानी पड़ती है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नए अस्पताल खोले जाने और वर्तमान अस्पतालों को उन्नत किए जाने की जरूरत है। यही नहीं जिला चिकित्सालयों को सवसुविधायुक्त बनाने की भी जरूरत है ताकि एमवाय जैसे अस्पतालों पर मरीजों का भार कम किया जा सके। वक्ताओं ने इस बात पर हैरत जताई कि इंदौर जैसे शहर में जिला अस्पताल बीते पांच सालों से निर्माणाधीन है। वक्ताओं ने चिकित्सा के क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति पर भी ऐतराज जताया। उनका कहना था कि मेडिकल कॉलेज और उससे संबद्ध अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सकों की ही नियुक्ति की जानी चाहिए। मेडिकल कॉलेज के डीन और अस्पताल अधीक्षकों को अधिकार संपन्न बनाने की मांग भी सभा में उठाई गई।

शहर के समस्त चिकित्सकों, उपस्थित कर्मचारी, स्वास्थ्य संघों के पदाधिकारियों ने इस मौके पर चिकित्सा महासंघ के किसी भी आंदोलन में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और एकजुट रहने का प्रण लिया। अंत में मेडिकल टीचर्स एसो. के सचिव डॉ. अशोक ठाकुर ने आभार प्रदर्शन किया।

इंदौर के बाद चिकित्सा सेवा यात्रा देवास, शाजापुर, ब्यावरा, राजगढ़ की ओर प्रस्थान कर गई।

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