इंदौर : शेर-ए-हिंदुस्तान का खिताब सोनू चीमा पहलवान ने अपने नाम किया।
रोहित पटेल पहलवान एवं हरकेश खली पहलवान को 5 लाख की राशि आधी-आधी वितरित की गई।
इंटरनेशनल दंगल में नामी पहलवानों ने दिखाए जौहर, एरिना में महिलाओं पहलवानों की कुश्ती रही आकर्षण का केंद्र।
दशहरा मैदान पर हजारों कुश्ती प्रेमी विदेशी पहलवानों की भिड़ंत देखने पहुंचे।
इंदौर : दशहरा मैदान पर हिंदुस्तान कुश्ती फेडरेशन द्वारा शेर-ए-हिंदुस्तान इंटरनेशनल कुश्ती का आयोजन किया गया जिसमें देशी पहलवान ने विदेशी पहलवान को धोबी पछाड़ मारकर आसमान दिखा दिया। विजयी पहलवानों को नगद राशि के साथ ही एनफील्ड बुलेट भी उपहार स्वरूप भेंट की गई।
हिन्दुस्तान कुश्ती फेडरेशन, मप्र के अध्यक्ष एवं संयोजक तबरेज खान और आयोजक मुन्ना हटकर ने बताया कि दंगल स्थल पर दर्शकों का जमावड़ा लग गया था। दोपहर से जारी दंगल रात 12 बजे तक जारी रहा। विजयी पहलवानों को मुख्य अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
दंगल में पहली मुख्य कुश्ती सिकंदर शेख ( हिंद केसरी, भारत केसरी इंडियन आर्मी) व मिर्जा ईरानी (विश्व कुश्ती विजेता, स्वर्ण पदक विजेता, ईरान) के बीच हुई। जो कि 55 मिनट चलने के बाद बराबर पर छुटी। दोनों पहलवानों को इनाम में मिलने वाली आल्टो कार की कीमत की आधी-आधी राशि दी गई।
दूसरी मुख्य कुश्ती रोहित पटेल पहलवान (हिंद केसरी-भारत केसरी) एवं हरकेश खली पहलवान के बीच हुई जो कि 40 मिनट चलने के बाद बराबर पर छुटी। जिसमें इनाम में मिलने वाली राशि विजेता को तीन लाख एवं उपविजेता को दो लाख को कुश्ती में फैसला न होने पर दोनों पहलवानों में आधी-आधी वितरित की गई।
तीसरा मुख्य मुकाबला सोनू चीमा पहलवान (हिंद केसरी-भारत केसरी) एवं टेडो पहलवान (जॉर्जिया) के बीच हुआ। यह कुश्ती 10 मिनट चली। जिसमें सोनू चीमा पहलवान ने टेडो पहलवान को धोबी पछाड़ मारकर आसमान दिखा दिया और शेर-ए-हिंदुस्तान का खिताब अपने नाम किया। उन्हें इनाम स्वरूप रॉयल एनफिल्ड बुलेट देकर सम्मानित किया गया।
उस्ताद-खलीफाओं को साफा बांध किया सम्मानित।
दंगल में उस्ताद-खलिफाओं को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था, जिन्हें वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी में साफा बांधकर सम्मानित भी किया गया।