समलैंगिक विवाह भारतीय संस्कृति के खिलाफ, नहीं मिले मान्यता – आलोक कुमार

  
Last Updated:  May 1, 2023 " 08:01 pm"

जनसंख्या नियंत्रण के लिए बनें सख्त कानून।

सामाजिक समरसता को लेकर एक अभियान की तरह काम करेगी विहिप।

विहिप के दो दिवसीय सामाजिक समरसता अभियान की टोली बैठक महू में संपन्न।

महू: विश्व हिंदू परिषद के सामाजिक समरसता अभियान की दो दिवसीय टोली बैठक महू के डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक संस्थान में संपन्न हुई।
बैठक के बारे में पत्रकारों को जानकारी देते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि केंद्रीय बैठक समाज में फैले असंतुलन को किस तरह दूर किया जाए, इस संदर्भ में आयोजित की गई थी। दो दिनों तक चले मंथन में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जैसे अंतिम व्यक्ति तक किस तरह शासकीय योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाए, किस तरह अंतिम व्यक्ति तक सेवाकार्य पहुंचाएं जाएं साथ ही सामाजिक एवं आर्थिक क्या प्रयोजन किए जाएं जिससे समाज में व्याप्त भेदभाव खत्म हो सके।

आलोक कुमार ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद आगामी वर्ष में सामाजिक समरसता को एक अभियान की तरह लेकर कार्य करेगा। इसकी योजना इस टोली बैठक में बना ली गई है।

विहिप के केंद्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद प्रत्येक प्रखंड में गौ आधारित कृषि के लिए एक गांव का चयन करेगा जिसमें गोमूत्र एवं गोबर से प्राकृतिक खेती हो, इसके लिए संगठन प्रशिक्षण शिविर लगाएगा।

समलैंगिक विवाह को मान्यता नहीं दी जाए।

समलेंगिकता को कानूनी दर्जे देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा की जा रही सुनवाई को लेकर आलोक कुमार ने कहा कि यह भारतीय संस्कृति के विरोध में है,जिसे न्यायालय को नही सुनना चाहिए। समलैंगिक विवाह को मान्यता नही दी जाए इसके विरोध में साधु संतों की सहमति से ज्ञापन दिया गया है। अगर न्यायालय ने इस पर विचार नही किया तो संत समाज जैसा कहेगा हम उसके अनुरूप कदम उठाएंगे।

जनसंख्या वृद्धि को लेकर चिन्ता जताते हुए आलोक कुमार ने कहा कि इसके लिए सख्त कानून बनाना चाहिए। दो बच्चों वाले परिवार को लिए पुरस्कृत किया जाए वहीं दो से अधिक बच्चों वाले परिवार को सरकारी सुविधाओ का लाभ नही दिया जाना चाहिए।

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