इंदौर : नारी शक्ति परिवार और समाज की धुरी होती है। किसी की हृदयगति रुक जाने की स्थिति में वह भी सीपीआर के माध्यम से जीवनदान दे सकती हैं।
इसी के चलते इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की इंदौर शाखा द्वारा नेशनल पब्लिक स्कूल की 35 महिला शिक्षकों को सीपीआर का प्रशिक्षण दिया गया। सीपीआर को संजीवनी विद्या के नाम से भी जाना जाता है जिसमें आकस्मिकता की स्थिति में, यदि किसी व्यक्ति की अचानक हृदय गति के रुक जाने से जान पर बन आए तो उपस्थित जानकार व्यक्ति तुरंत सीपीआर देकर मेडिकल सहायता आने तक हृदय के कार्य को जारी रखते हुए मस्तिष्क को वायु प्रदान करते रह सकते हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रमोद जैन द्वारा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के एमओजी लाइंस स्थित ऑडिटोरियम में डमी पर प्रत्यक्ष ट्रेनिंग भी दी गई।
डॉ.प्रमोद जैन के साथ डॉ.विकास राठौर भी प्रशिक्षण सहयोगी के रूप में उपस्थित थे ।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की इंदौर शाखा के अध्यक्ष डॉ.अनिल भदौरिया ने बताया कि वे नैतिक सरोकारों के प्रति सजग हैं। इस तरह के सीपीआर के प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्व निर्धारित अपॉइंटमेंट के जरिए स्कूल के शिक्षकों/छात्रों, रहवासी संघ, जिम्नेशियम के प्रशिक्षक, हेल्पर्स इत्यादि को प्रदान की जाती है।