ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय के बच्चों से स्कूल जाकर मिले कलेक्टर

  
Last Updated:  July 26, 2023 " 06:00 pm"

समस्याओं को जल्द से जल्द निराकृत करने के निर्देश दिए।

इंदौर : मंगलवार सुबह स्कूल व हॉस्टल की समस्याओं को लेकर भूखे – प्यासे मोरोद गांव से 20 किमी पैदल चलकर ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय के बच्चे कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे और अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराया था।कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बच्चों को आश्वस्त किया था कि वे शाम को हॉस्टल आकर उनकी समस्याओं का जायजा लेंगे और उनका निदान करेंगे। अपने वादे के मुताबिक कलेक्टर इलैयाराजा टी मोरोद स्थित ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय पहुंचे और हॉस्टल में रह रहे बच्चों से उनकी समस्याओं को लेकर चर्चा की। बच्चों ने हॉस्टल में भोजन, पेयजल, बेड और अन्य अव्यवथाओं के साथ मारपीट की भी शिकायत की। कलेक्टर ने बच्चों को आश्वस्त किया कि उनकी सभी समस्याओं का निराकरण जल्द से जल्द किया जाएगा। उन्होंने हॉस्टल का निरीक्षण करने के साथ स्कूल के प्राचार्य और हॉस्टल वार्डन से भी बच्चों की समस्याओं को लेकर जवाब – तलब किया।

घायल छात्र का पूरा इलाज प्रशासन कराएगा।

कलेक्टर इलैयाराजा टी के ध्यान में बच्चों ने ये बात भी लाई थी कि एक दिन पूर्व स्कूल का विपिन नामक छात्र स्कूल की ऊपरी मंजिल से गिरकर घायल हो गया। स्कूल के प्राचार्य ने छात्र का इलाज कराने से इनकार कर दिया। इस पर कलेक्टर इलैया राजा ने भरोसा दिलाया कि घायल छात्र का इलाज का पूरा खर्च प्रशासन उठाएगा।

बच्चों की समस्याओं को निराकृत करने के लिए कलेक्टर ने अपर कलेक्टर राजेश राठौर, एसडीएम अंशुल खरे और अन्य संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।

छात्रावास की अव्यवस्थाओं से परेशान होकर पहुंचे थे कलेक्टर कार्यालय।

मोरोद स्थित ज्ञानोदय आवासीय विद्यालय के ये बच्चे छात्रावास में व्याप्त अव्यवस्था और स्कूल के प्राचार्य की मनमानी के विरोध में करीब 20 किमी पैदल चलकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे। भूख – प्यास से निढाल हो रहे ये बच्चे कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी से मिलकर अपनी समस्याएं बताना चाहते थे। इस बीच भूख और प्यास से निढाल होकर कुछ बच्चे बेहोश हो गए, इससे हड़कंप मच गया। दो बच्चों को पुलिस वाहन से अस्पताल ले जाने की बात भी सामने आई थी। बाद में कलेक्टर बच्चों के बीच पहुंचे और उनकी बात सुनी थी और भरोसा दिलाया था कि वे स्कूल आकर खुद सारी बातों को देखेंगे। उन्होंने बच्चों के लिए त्वरित पेयजल और नाश्ते की भी व्यवस्था करवाई। बाद में उन्हें बस में बिठाकर ज्ञानोदय स्कूल छात्रावास मोरोद पहुंचाया था।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *