वाहन दुर्घटनाओं में घायलों को त्वरित मदद पहुंचाने में मददगार साबित होगा रक्षा क्यूआर कोड

  
Last Updated:  September 9, 2023 " 11:39 pm"

डीसीपी ट्रॉफिक मनीष कुमार अग्रवाल ने किया क्यूआर कोड का लोकार्पण।

इंदौर : चालक और वाहन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाए गए रक्षा क्यूआर कोड का लोकार्पण डीसीपी ट्रॉफिक मनीष कुमार अग्रवाल ने किया। विशेष अतिथि एडिशनल डीसीपी ट्रॉफिक अरविंद तिवारी, एसीपी ट्रॉफिक मनोज खत्री, स्टेट प्रेस क्लब मध्यप्रदेश के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल एवं यातायात पुलिस के डांसिंग कॉप रंजीत सिंह थे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि डीसीपी ट्रैफिक मनीष अग्रवाल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने सडक़ दुर्घटनाओं में बढ़ती मौतों पर गहरी चिंता जताते हुए इसकी रोकथाम के लिए गंभीर प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर वाहन दुर्घटनाएं लापरवाही के कारण घटित होती हैं। यातायात पुलिस, स्मार्ट सिटी, नगर निगम, इंदौर विकास प्राधिकरण आदि विभाग मिलकर सडक़ दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को प्रतिवर्ष दस प्रतिशत कम करने के प्रयास कर रहे हैं। डीसीपी अग्रवाल ने कहा कि इंदौर में यातायात सुधार के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए भी कार्ययोजना बन रही है। उन्होंने हाइवे डिलाइट द्वारा पेश रक्षा क्यूआर कोड की सराहना करते हुए वाहन चालकों से यातायात सुधार के लिए सहभागी बनने और रक्षा क्यूआर कोड जैसे विकल्प अपनाने का आह्वान किया।

प्रारंभ में हाइवे डिलाइट कंपनी, बैंगलुरू के डायरेक्टर राजेश ने बताया कि कंपनी 2015 से फास्टैग, जीपीएस ट्रैकिंग, ईवी चार्जिंग स्टेशन, बीमा और आरएसए व रिफ्लेक्टिव टेप और अन्य उत्पादों सहित सडक़ सुरक्षा को लेकर सेवाएं प्रदान कर रही है।

उन्होंने बताया कि इस रक्षा क्यूआर कोड के माध्यम से नागरिकों को सडक़ दुर्घटना के मामले में आपातकालीन सहायता प्राप्त हो सकेगी। इसी के साथ पार्किंग में फंसे वाहन को निकालने में भी यह क्यूआर कोड मददगार साबित होगा। अगर आपका वाहन कहीं दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है तो इस क्यूआर कोड को स्कैन करते ही आपके घर तक यह जानकारी मैसेज के माध्यम से पहुंच जाएगी।
उन्होंने बताया कि यदि दुर्घटना पीडि़तों को समय पर मदद मिले तो भारत में हर साल 1.5 लाख लोगों के दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में से लगभग 50 प्रतिशत लोगों की जान बचाई जा सकती है, यह तभी संभव है जब अधिक से अधिक लोग आपातकालीन सहायता के रूप में क्यूआर का इस्तेमाल करें। उन्होंने बताया कि ‘रक्षा क्यूआर’ वाहन मालिकों को हाईवे डिलाइट के साथ पंजीकरण करने और रक्त समूह, वाहन बीमा, चिकित्सा बीमा और पारिवारिक आपातकालीन विवरण सहित अपनी व्यक्तिगत जानकारी जोडऩे में मदद करता है। ‘रक्षा क्यूआर’ की इस वाहन अधिसूचना सुविधा का उपयोग दो-पहिया, चार-पहिया, व्यावसायिक वाहनों सहित सभी प्रकार के वाहनों द्वारा किया जा सकता है।

प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत डायरेक्टर राजेश, स्टेट हेड वाजिद अली कुरैशी, स्टेट सेल्स हेड माजिद खान ने किया। कार्यक्रम का संचालन रिमझिम विश्वकर्मा ने किया। आभार वाजिद अली कुरैशी ने माना।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *