जिले व शहर में कई स्थानों पर किया चक्काजाम।
पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर खुलवाया जाम।
इंदौर : हिट एंड रन से जुड़े कानूनों में केंद्र सरकार द्वारा बदलाव कर भारी जुर्माना और कड़ी सजा का प्रावधान किए जाने से बिफरे बस – ट्रक ऑपरेटर्स और ड्राइवरों ने नए वर्ष के पहले ही दिन हड़ताल करते कई जगह चक्काजाम कर अपना रोष प्रकट किया। प्रदेश के साथ इंदौर में भी इस हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। जाम खुलवाने पहुंची पुलिस के साथ हड़ताली बस – ट्रक संचालकों की झड़पें भी हुई।
प्रमुख सड़कों और राजमार्गों पर लगाया जाम।
बस और ट्रक ऑपरेटर्स महासंघ के आह्वान पर की गई इस हड़ताल के चलते बस, ट्रक ड्राइवरों ने प्रदेश के साथ इंदौर के प्रमुख चौराहों, सड़कों और राजमार्गों पर बस और ट्रक खड़े कर जाम लगा दिया। इससे यातायात बाधित हुआ और वाहनों की लंबी कतारें लग गई। बस, ट्रक संचालकों, चालकों का कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन से जुड़े कानून में जो बदलाव किए गए हैं,वे उनके लिए भारी परेशानी का सबब बन जाएंगे। कानून में किए गए बदलाव के मुताबिक दुर्घटना होने की दशा में उन्हें मौके पर ही रुककर घायल की मदद करनी होगी और एंबुलेंस व पुलिस को फोन कर उसे अस्पताल पहुंचाना होगा। ऐसा नहीं किए जाने पर उन्हें 10 साल की जेल व 7 लाख रुपए का जुर्माना भुगतना होगा। बस – ट्रक चालकों के अनुसार उनके वाहनों से टक्कर होने की दशा में गलती न होने पर भी भीड़ के गुस्से के शिकार वे ही होते हैं। भीड़ उन्हें मरने – मारने पर उतारू हो जाती है। ऐसे में जान बचाने के लिए मौके से भागना ही उनके पास एकमात्र विकल्प होता है। कानून में किए गए बदलाव उनकी जान को खतरे में डालने वाले हैं, वहीं भारी भरकम जुर्माना और जेल की सजा उनकी जिंदगी बरबाद कर देगी। यही कारण है की उन्हें हड़ताल करने पर विवश होना पड़ा है। मांगलिया, गंगवाल बस स्टैंड, बड़ा गणपति, महू, देपालपुर, घाटाबिल्लोद, खुडेल आदि स्थानों पर बस – ट्रक चालकों ने जाम लगा दिया। इससे यातायात प्रभावित हुआ और लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। यही नहीं गंगवाल और सरवटे बस स्टैंड से बसों की आवाजाही रोक दिए जाने से बाहर जाने वाले यात्रियों को भी परेशान होना पड़ा।
जिला, पुलिस प्रशासन ने खुलवाया जाम।
शहर व जिले में बस – ट्रक चालकों द्वारा जाम लगाए जाने की सूचना मिलते ही जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हड़ताली बस – ट्रक चालकों को समझाइश दी। इस दौरान चालकों की पुलिस से झड़प भी हो गई। कुछ स्थानों पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर जाम खुलवाया। हड़ताली बस, ट्रक ऑपरेटर्स और चालकों का कहना है कि वे तीन जनवरी तक हड़ताल पर रहेंगे। इसके बाद भी सरकार ने संशोधनों को रद्द नहीं किया तो हड़ताल को आगे बढ़ाएंगे।