विश्व कैंसर दिवस पर डॉ. लौंढे और डॉ. जकिया खान ने रखे विचार।
इंदौर : जिस प्रकार एक गलत विचार समाज में खराबी बढ़ाता है, एक गलत व्यक्ति पूरे संगठन का नाश कर सकता है, एक मछली पूरे तालाब को गंदा करती है, वैसे ही शरीर में एक खराब कोशिका सम्पूर्ण शरीर का नाश कर सकती है। इसे ही सामान्य अर्थ में केंसर कहते हैं। उपचार के अलावा, जीवन शैली में परिवर्तन कैंसर से बचाव का सबसे पहला तरीका है। आहार, विहार, आचार, विचार, पर्यावरण पर ध्यान देना आवश्यक है।
ये विचार सुंदरबाई फूलचंदजी आदर्श शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित SBPASS YOGA SCHOOL के बैनर तले आयोजित एक माह के नि:शुल्क फाउंडेशन कोर्स इन योगा साइंस फॉर वेलनेस में मुख्य अतिथि के रूप मे डॉ संजय कुमार लोंढे चेस्ट फिजिशियन और डॉ. जकिया खान स्त्री रोग विशेषज्ञ ने व्यक्त किए। वे उपस्थित विद्यार्थियों को 4 फरवरी केंसर दिवस के उपलक्ष्य में ‘जागरूकता और रोकथाम’ विषय पर संबोधित कर रहे थे।
इस योग फाउंडेशन कोर्स में 60 विद्यार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. एके जैन ने किया।