इंदौर : विश्व संवाद केन्द्र मालवा के वार्षिक साहित्यिक समागम “नर्मदा साहित्य मंथन” के तृतीय सोपान का आयोजन आगामी 16 से 18 फरवरी तक माँ वाग्देवी एवं राजा भोज की नगरी धार में होने जा रहा है।इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में देश के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार,चिंतक, विचारक, इतिहास, संविधान और संस्कृति के मूर्धन्य विद्वानों सहित विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ता, वक्ता एवं चर्चा-प्रवर्तक के रूप में विभिन्न सत्रों को संबोधित करेंगे।
नर्मदा साहित्य मंथन के संयोजक डॉ. मुकेश मोढ और विश्व संवाद केंद्र मालवा के अध्यक्ष दिनेश गुप्ता ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ज्ञान-विज्ञान की समृद्ध परंपरा के प्रतीक राजा भोज की नगरी में आयोजित यह साहित्योत्सव भारत के स्व बोध जागरण के संदेश को समाज में संचारित करने में सहायक होगा। साहित्य मंथन में मालवा-निमाड़ के विभिन्न साहित्यकर्मी, साहित्यानुरागी, पत्रकार, शोधार्थी, शिक्षक एवं समाजिक कार्यकर्ताओं को विभिन्न सत्रों में भारत के स्व, संस्कृति, इतिहास, संविधान, राम राज्य से राष्ट्रनिर्माण, अध्यात्म, लोक कला, जनजाति विमर्श, वामपंथ, साहित्य एवं शिक्षा, सिनेमा आदि विषयों पर आमंत्रित वक्ताओं से संवाद का अवसर प्राप्त होगा।
डॉ. मोढ़ व गुप्ता ने बताया कि परिसवांद, व्याख्यान, प्रश्नोत्तरी एवं प्रस्तुति के सत्रह सत्रों के इस आयोजन में मालवा-निमाड़ के कई रचनाकारों की पुस्तकों का विमोचन भी होगा।
साहित्य मंथन की पूर्व संध्या पर 15 फरवरी को राजा भोज के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन संघ के मालवा प्रांत संघचालक प्रकाश शास्त्री, केरल स्टोरी के पटकथा-संवाद लेखक सूर्यपालसिंह सिसोदिया एवं कालिदास अकादमी के गोविंद गंधे के करकमलों से होगा।
16 फरवरी को प्रात: दस बजे साहित्य संघोष, नर्मदाष्टकम् एवं नर्मदा कलश स्थापना से प्रारंभ होने वाले उद्घाटन सत्र में प्रज्ञा प्रवाह के संयोजक जे. नंदकुमार स्व से राष्ट्र पुनर्निर्माण विषय पर व्याख्यान देंगे। साहित्य मंथन में वक्ताओं के रूप में जे.नंदकुमार, स्वामी विज्ञानानंदजी, मुकुल कानिटकर, संदीपराव महिंद, अश्विन उपाध्याय, महेश शर्मा, रमेश पतंगे, अभिजीत जोग, हितेश शंकर, श्रीराम परिहार, अनंत विजय, रामेश्वर मिश्र पंकज, कुमुद शर्मा, शैफाली वैद्य, और निवेदिता भिड़े विभिन्न सत्रों को संबोधित करेंगे।
नर्मदा साहित्य मंथन के समापन सत्र में 18 फरवरी की शाम को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य का उद्बोधन होगा।
कार्यक्रम स्थल पर ही मालवा-निमाड़ के लोक कलाकार, कवि एवं साहित्यकार अपनी प्रस्तुति अभिव्यक्ति मंच पर देंगे।कार्यक्रम में पाँच पद्म पुरस्कार प्राप्त हस्तियाँ सम्मिलित हो रही हैं।
साहित्य मंथन में 17 फरवरी को प्रात: आठ बजे भोजशाला से हैरिटेज वॉक का आयोजन भी किया गया है। नर्मदा साहित्य मंथन के इस तृतीय सोपान में विश्व संवाद केन्द्र साथ सहयोगी आयोजक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इन्दौर, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन, कालिदास अकादमी उज्जैन, साप्ताहिक पत्रिका पाँचजन्य एवं ऋतम् एप भी हैं। कार्यक्रम में सहभागिता के लिये ऑनलाइन पंजीयन के माध्यम से पंजीयन किए जा रहे हैं।