मनोहारी फूल बंगले में विराजित प्रभु वेंकटेश के दिव्य दर्शनों के लिए उमड़ा भक्तों का सैलाब

  
Last Updated:  July 7, 2024 " 01:22 pm"

देश की  तीसरी सबसे बड़ी परम्परागत गौरवशाली  रथयात्रा 07 जुलाई को श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग से निकलेगी।

रथयात्रा के लिए कुंभ कोणम से बन कर आई पोशाख।

इंदौर : पावन सिद्ध धाम श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में चल रहे श्री ब्रम्होत्सव एवं रथयात्रा महोत्सव में छठे दिन दिव्य पुष्प बंगला सजाया गया। नयनाभिराम पुष्प बंगला में विराजित प्रभु वैंकटेश के मनोहारी दर्शन के लिए देर रात तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।

बालकिशन सिंगी, हर्ष पसारी,पुखराज सोनी,विष्णु बिंदल संदीप ढोली,आशीष लड्डा नीलेश तोतला ,राम सोमानी, रितेश तोतला, , अशोक डागा सोनू वैष्णव मधु भलिका और सुनील राठी ने बताया कि इस वर्ष यह दिव्य पुष्प बंगला 45 × 20 फीट के आकार में तैयार किया गया है। मोगरा ,गुलाब,कनेर जूही,रजनीगंधा, गुलाब
की झुमकिया,चंपा, सेवंति सहित अनेक प्रकार के फूलों से बने छत्र, उसके ऊपर केले के तने से शोभित कलाकृतियां, रजनीगंधा ओर गुलाब के पुष्पों की हजारों झुमकियों के साथ संगमरमर के फर्श पर बनी हई फूलों से निर्मित आकृतियों से सजे फूल बंगले में विराजमान प्रभु वैंकटेश के अलौकिक स्वरूप ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।

भगवान के साथ भक्तों का भी फूलों से बनी गुफा में।स्वागत किया गया।यहां 4 led लगाई गई थी जिन में भक्तों को प्रभु के दिव्य स्वरूप के दर्शन हो रहे थे।

विज्ञान और पुरातन स्थापत्य कला का नमूना फूल बंगला।

फूल बंगले की बीते 20 दिनों से तैयारी चल रही थी। इंदौर व दक्षिण भारत से आए 50 कलाकारों की टीम ने पुष्प बंगले का वो अदभुत संसार रचा जिसमें आधुनिक विज्ञान और स्थापत्य कला के मनोहारी दर्शन होते हैं।

एक भव्य सुंदर सजेधजे सिंहासन पर रामानुज वानमामलै जीयर स्वामी महाराज और नागोरिया पिठाधिपति स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज विराजमान होकर सभी भक्तों को आर्शीवाद प्रदान कर रहे थे। हर भक्त भगवान और गुरुदेव से मिलने को आतुर नजर आ रहा था।

गोवत्सल राधाकृष्ण महाराज के साथ ही भजन गायक राजेश सांखला के सुमधुर भजनों पर भक्त झूम और नाच रहे थे।

इसके पूर्व सुबह के सत्र में प्रणय कलह लीला का आयोजन हुआ जिसमें भगवान रंगनाथ, श्री देवी भू देवी संग प्रेम और कलह की लीला के दर्शन हुए जिस में रंग गुलाल, अबीर व माखन भी उड़ाया गया। प्रभु के प्रेम रस में भक्त रंग गए ।

रविवार शाम नगर भ्रमण पर निकलेंगे भगवान वेंकटेश।

प्रचार प्रमुख पंकज तोतला ने बताया कि ब्रह्मोत्सव के तहत रथ यात्रा को भव्य स्वरूप देने के लिए पवन व्यास,भरत तोतला, गिरीश जाखेटिया, रजत बेडिया,अंकित सोनी, महेश तोतला,भगवानदास भलिका को मनोनीत किया गया है। श्री लक्ष्मी – वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग से देश की तीसरी सबसे बड़ी रथयात्रा रविवार, 07 जुलाई  को शाम 04 बजे देवस्थान से निकलेगी। इस रथयात्रा में हजारों भक्त शामिल होंगे।भगवान वेंकटेश अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए रजत रथ पर सवार होकर पूरे लाव लश्कर के साथ नगर भ्रमण पर निकलेंगे।

ये रहेगा रथयात्रा मार्ग :-

रथयात्रा छत्रीबाग से प्रारंभ होकर सिलावट पूरा चौराहा, नरसिंह बाज़ार, सीतलामाता बाज़ार , गोराकुण्ड चौराहा,शक्कर बाज़ार, बड़ा सराफा, पीपली बाज़ार , बर्तन बाज़ार , बजाज खाना चौक सांठा बाजार होते हुए पुनः मदिर पर आकर समाप्त होगी। करीब 300 स्थानों पर मंचों से इस यात्रा का स्वागत पुष्प वर्षा से किया जाएगा। अनेक स्थानों पर प्रसाद का वितरण भी होगा।रथ यात्रा में 250 कार्यकर्ता एक जैसी वेशभूषा में यात्रा की व्यवस्था संभालेंगे।

रथयात्रा के ख़ास आकर्षण।

रथ यात्रा में हरियाली बचाओ पेड लगाओ, जल संसाधन,गौमाता बचाओ अयोध्या का श्रीराम मंदिर,प्रभु वेंकटेश,अहिल्याबाई के 300 वर्ष के साथ ही भारत माता पर आधारित कमल के पुष्प पर विराजमान रामानुज स्वामी की झांकियां आकर्षण का केंद्र रहेगी।

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