महापौर की कलम से…
नमस्कार इंदौर : –
विगत दो वर्षों के सफ़ल कार्यकाल में इंदौर नगर पालिक निगम ने अपने कार्यों को नवाचारी स्वरुप प्रदान करने के क्रम में अपने कार्यों में तकनीक का समावेश कर अपनी कार्यप्रणाली में नई उर्जा का संचार किया है। इंदौर शहर ने इन दो वर्षों में प्रवासी भारतीय सम्मेलन, जी-20 की बैठकों का सफल आयोजन, जनभागीदारी से एक दिन में 12 लाख 40 हजार से अधिक पौधरोपण कर विश्व कीर्तिमान स्थापित करने, स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार 7वीं बार प्रथम स्थान अर्जित करने जैसी अनेक उपलब्धियों को अर्जित करने की अद्भुत क्षमता का परिचय दिया है।
लगातार बढ़ते वैश्विक तापमान को नियंत्रित कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक पेड़ माँ के नाम अभियान’ को सार्थकता प्रदान करने के क्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व तथा कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के संकल्प से इंदौर जिले में 51 लाख पौधरोपण के लक्ष्य को सफ़लता के साथ पूर्ण किया गया है। इसके साथ ही मियावाकी पद्धति का उपयोग कर इंदौर में 100 से अधिक अहिल्या वनों को भी विकसित किया गया है।
साथियों, हमारे शहर के लिए बढ़ता हुआ ट्रैफिक एक गंभीर समस्या के रूप में उभरा है, अतः “स्वच्छता से है इंदौर की यारी, अब ट्रैफिक सुधार की है बारी” ध्येय वाक्य के साथ जहाँ एक ओर यातायात प्रबंधन के क्षेत्र में नवाचार के रूप में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम का विकास किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर दिनांक 5 अगस्त से शुरू होने वाले ‘ट्रैफिक मित्र महाअभियान’ के माध्यम से आगामी 1 वर्ष में शहर के नागरिकों को यातायात प्रबंधन हेतु जागरूक करने के निमित्त विभिन्न रोचक गतिविधियों का आयोजन वृहद स्तर पर किया जाएगा।लेफ्ट टर्न का सौंदर्यीकरण करने के साथ तय समय-सीमा में आदर्श सड़कों का निर्माण भी किया जा रहा है, ताकि नागरिकों का आवागमन सुचारू रूप से सम्भव हो सके।
ट्रैफिक प्रबंधन के साथ देश के सबसे स्वच्छ शहर हमारे इंदौर को स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी नं.1 बनाने हेतु योगमित्र अभियान का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक वार्ड में योग केंद्र विकसित किए जा रहे हैं, जहाँ पर नागरिकों को योग प्रशिक्षकों द्वारा नि:शुल्क योग अभ्यास कराया जाएगा।
मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि स्वच्छता हेतु कचरा निस्तारण का सार्थक प्रयास करने के क्रम में नागरिकों द्वारा उपयोग में लाई गई विभिन्न वस्तुओं को पुनः उपयोगी बनाने के उद्देश्य से शहर के प्रत्येक ज़ोन में RRR सेंटर निर्मित किए गए हैं, जहाँ पर अनुपयोगी प्लास्टिक सामग्री, कपड़े, जूते, किताबें, ई-वेस्ट का पुनः उपयोग करने की संभावना तलाशने के साथ ही इन्हें रिसाइकिल भी किया जा रहा है।
इसके साथ ही विगत 2 वर्षों में महापौर केसरी दंगल प्रतियोगिता के सफ़ल आयोजन ने निगम द्वारा आयोजित कराई जाने वाली कुश्ती स्पर्धा को पुनर्जीवित करने के साथ ही महिला वर्ग को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर उपलब्ध कराया है, जिसके माध्यम से प्रदेश की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर का मंच उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार 7वीं बार प्रथम स्थान अर्जित करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने वाले हमारे सफाई मित्रों के लिए निर्मित ‘सफाई मित्र सहायता केंद्रों’ के माध्यम से “सुरक्षा भी-सफाई भी” की तर्ज पर सफाई मित्र अपने स्वच्छता कार्यों को पूर्ण कर रहे हैं। हमारा इंदौर नगर पालिक निगम देश का पहला नगरीय निकाय है, जहाँ गीले कचरे से बॉयो सीएनजी निर्मित कर इसका उपयोग नगर में चलने वाली बसों में इंधन के रूप में किया जा रहा है। बड़े ही हर्ष का विषय है कि देश की वित्तमंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने संसद में आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत करते हुए इंदौर के बॉयो संयंत्र की प्रशंसा की है। इसके साथ ही नगरीय क्षेत्र में उत्पन्न होने वाले सी एंड डी वेस्ट का द्रुतगति से निस्तारण करने हेतु सी एंड डी वेस्ट के प्रोसेसिंग प्लांट की क्षमता में वृद्धि करते हुए इसे 200 टीपीडी का किया गया है।
हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के डिजिटल इंडिया मिशन को सार्थकता प्रदान करने हेतु इंदौर नगर पालिक निगम द्वारा दूसरी बार डिजिटल बजट (पेपरलेस बजट) प्रस्तुत किया गया। इसके साथ नगर निगम के ऑफिस कार्यों को एकीकृत करने के लिए ‘ई-ऑफिस’ बनाने की योजना विकसित की जा रही है, जिसके अंतर्गत निगम के ‘ई-पोर्टल’ के निर्माण हेतु HackNdore हैकथॉन प्रतियोगिता के माध्यम से 15 राज्यों की 82 टीमों के 400 प्रतिभागियों ने 48 घंटे लगातार मंथन कर विभिन्न समाधान उपलब्ध कराए हैं, जो मार्गदर्शिका के रूप में देश भर के निकायों के लिए सहायक होंगे। इसके साथ ही डिजिटलाइजेशन हेतु नगर निगम द्वारा शहर के समस्त संपत्तिधारकों के निवास पर क्यूआर कोड के माध्यम से ‘डिजिटल पता’ भी जारी किया जाएगा।
मित्रों! मुझे आप सभी को यह बताते हुए अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है कि हमारे इंदौर की युवाशक्ति को ‘इंटर्नशिप विद् मेयर योजना’ के माध्यम से इंदौर नगर पालिक निगम के 40 से अधिक विभागों के कार्यों की जानकारी प्रदान करने के क्रम में चतुर्थ बैच का प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया है, जिसके तहत 1200 से अधिक विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ प्राप्त हुआ है।
स्वास्थ्य सेवाओं को स्थायित्व प्रदान करने के क्रम में वार्ड स्तर पर निर्मित होने वाली संजीवनी क्लिनिक के निर्माण की कार्य योजना के तहत अब तक 65 संजीवनी क्लिनिक का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
साथियों, जहाँ इन दो वर्षों के सफ़ल कार्यकाल ने स्वर्णिम भविष्य की मिसाल पेश की है, वहीं इंदौर के स्वर्णिम भविष्य के लिए इस बार के नगर निगम के बजट में कड़े प्रावधानों को भी अपनाया गया है। बजट घाटे को कम करने हेतु जलकर, सम्पत्ति कर तथा वाहन क्रय करने हेतु लगाए जाने वाले कर में सामान्य वृद्धि भी की गई है। इसके साथ ही आगामी वर्षों में विभिन्न नवाचारों को और अधिक प्रभावी रूप से आत्मसात कर नवीन सडकें, एलिवेटेड ब्रिज तथा फुटओवर ब्रिज का निर्माण करने की स्वीकृति भी प्रदान की गई है।
मित्रों! आप सभी ने जिस विश्वास और उम्मीद के साथ मुझे इंदौर महापौर का दायित्व प्रदान किया है, मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूँ कि मैं अपने दायित्वों का निष्ठा एवं कुशलता से निर्वहन कर माँ अहिल्या की नगरी को निरंतर विकास की ओर अग्रसर करने हेतु अपना शत-प्रतिशत योगदान दूंगा। इन्हीं मंगलकामनाओं के साथ।