नाट्य भारती की प्रस्तुति रही दूसरे स्थान पर।
संभागायुक्त दीपक सिंह ने विजेताओं को किया पुरस्कृत।
इंदौर : सानंद न्यास द्वारा आयोजित मराठी समूहगीत स्पर्धा, मराठी नाट्यस्पर्धा एवं मराठी गोष्ट सांगा प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह संभाग आयुक्त दीपक सिंह के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। मराठी नाट्य स्पर्धा में नाट्य संस्था अविरत के नाटक फायनल ड्राफ्ट को प्रथम, नाट्य भारती के हा खेळ पुन्हा खेळू को द्वितीय और नटरंग उत्सव के नाटक सुखांत को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। नाट्य स्पर्धा के साथ अन्य स्पर्धाओं के विजेताओं को संभागायुक्त दीपक सिंह ने पुरस्कृत किया। इस मौके पर गजानंद जोशी को सानंद जीवन गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा कि साहित्य, कला, संस्कृति को जीवित बनाए रखने में सानंद न्यास का महत्वपूर्ण योगदान है। इस प्रकार की स्पर्धाएं व इतने उच्चस्तरीय पुरस्कार निश्चित ही शौकिया कलाकारों की सुप्त प्रतिभा को निखारेगें और उन्हें एक सशक्त मंच भी देगें। उन्होंने सानंद की आगामी गतिविधियों के लिए शुभकामनाएं भी प्रेषित की।
इस अवसर पर सानंद द्वारा दर्शकों की सहभागिता को रेखांकित करने के उद्देश्य से गठित नाट्यवेध समूह माय-बाप प्रेक्षकों के विजेताओं के नाम घोषित कर उन्हें भी पुरस्कृत किया गया। नाट्यस्पर्धा निर्णायकों को भी सम्मानित किया गया।
अतिथियों एवं निर्णायकों का स्वागत जयंत भिसे, संजीव वावीकर, अनिरूद्ध नागरपुरकर, सौ. ऋतुजा पहाडे, सौ. रेणुका पिंगळे आदि ने किया। कार्यक्रम का सूत्र संचालन सौ. रेणुका पिंगळे ने किया। अंत में आभार सानंद के अध्यक्ष जयंत भिसे ने माना।
ये रहे मराठी नाट्य स्पर्धा के विजेता :-
प्रथम : फायनल ड्राफ्ट, संस्थाअविरत।
द्वितीय : हा खेळ पुन्हा खेळू, संस्था नाट्यभारती।
तृतीय : सुखांत, संस्था नटरंग उत्सव।
सर्वोत्कृष्ट निर्देशन।
प्रथम : फायनल ड्राफ्ट, अविरत, निर्देशक अभिनय देशमुख।
द्वितीय : हा खेळ पुन्हा खेळू, नाट्यभारती, निर्देशक श्रीराम जोग।
सर्वोत्कृष्ट अभिनेता।
प्रथम : फायनल ड्राफ्ट, अविरत, अभिनय देशमुख
द्वितीय : हा खेळ पुन्हा खेळू, नाट्यभारती, श्री श्रीराम जोग।
सर्वोत्कृष्ट सहायक अभिनेता।
प्रथम : ना ते आपुले, पथिक, ललित कुलकर्णी ।
द्वितीय : तुका म्हणे आता, रंगायन, अभिजीत निमगावकर ।
सर्वोत्कृष्ट अभिनेत्री ।
प्रथम : फायनल ड्राफ्ट, अविरत, कु. योजना दिघे ।
द्वितीय : लाडाची मैना, प्रयास, सौ. रेणुका पिंगळे ।
सर्वोत्कृष्ट सहाय्यक अभिनेत्री ।
प्रथम : नटरंग उत्सव, कु. अपर्णा सानप ।
द्वितीय : गंमत असते नात्याची, सार्थक, कु. राशि वडनेरकर ।
सर्वोत्कृष्ट प्रकाश योजना ।
प्रथम – हा खेळ पुन्हा खेळू, नाट्यभारती, अभिजीत कळमकर ।
द्वितीय – तुका म्हणे आता, रंगायन, आकाश कस्तुरे ।
सर्वोत्कृष्ट ध्वनि संकलन।
प्रथम – हा खेळ पुन्हा खेळू, नाट्यभारती, शशिकांत किरकिरे ।
द्वितीय – फायनल ड्राफ्ट, अविरत, कपिल होलकर ।
सर्वोत्कृष्ट रंगभूषा योजना।
प्रथम – कैकयी, अहिल्या नाट्य मंडळ, सौ. दीपिका वाघमारे ।
द्वितीय – तुका म्हणे आता, रंगायन, सौ. हर्षिता भराडे ।
सर्वोत्कृष्ट वेशभूषा।
प्रथम – कैकयी, अहिल्या नाट्य मंडळ, सौ अनिता मतकर ।
द्वितीय – तुका म्हणे आता, रंगायन, ईशान भराडे।
सर्वोत्कृष्ट नेपथ्य योजना ।
प्रथम – तुका म्हणे आता, रंगायन, आर्यन भराडे ।
द्वितीय – हा खेळ पुन्हा खेळू, नाट्यभारती, अनिरुद्ध किरकिरे ।
लक्षवेधी अभिनय भूमिका – हा खेळ पुन्हा खेळू, नाट्यभारती, लोकेश निमगावकर।
सानंद नाट्यवेध।
प्रथम – सौ शैली दिघे।
द्वितीय- सौ. चंद्रिका सुपेकर,
सौ. उर्जिता ठकार, सौ स्वाती श्रोत्री।