प्राधिकरण के संचालक मंडल की बैठक में प्लान तैयार करने की निविदा प्रस्तुत होगी।
इंदौर : प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की मंशा के अनुसार इंदौर के रीजनल डेवलपमेंट एवं इन्वेस्टमेंट प्लान को तैयार करने के बारे में गुरुवार को बड़ा फैसला होगा । इंदौर विकास प्राधिकरण के संचालक मंडल की बुलाई गई बैठक में इसकी निविदा को रखा जाएगा।
इंदौर के समग्र विकास को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने पिछले दिनों बैठक लेने के साथ आसपास के नगर, ग्राम और कस्बे को मिलाकर इंदौर का रीजनल डेवलपमेंट एवं इन्वेस्टमेंट प्लान तैयार करने के लिए निर्देशित किया था। यह कार्य मुख्यमंत्री द्वारा इंदौर विकास प्राधिकरण को सौपा गया था । इस पर प्राधिकरण की ओर से यह प्लान तैयार करने हेतु विशेषज्ञ कंपनियों के प्रस्ताव की निविदा आमंत्रित की गई थी । इस निविदा को प्राधिकरण के संचालक मंडल की गुरुवार को होने जा रही बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा । बैठक में इस निविदा पर फैसला लिया जाएगा।
बता दें कि इंदौर के 50 किलोमीटर परिक्षेत्र में आने वाले 29 नगरों को इस रीजनल डेवलपमेंट प्लान में शामिल किया जा रहा है । इसमें तीर्थ स्थल के रूप में उज्जैन, औद्योगिक शहर के रूप में देवास और पीथमपुर, कैंटोनमेंट क्षेत्र के रूप में महू और ऐतिहासिक शहर के रूप में धार को शामिल किया जा रहा है । जो क्षेत्र इंदौर के रीजनल डेवलपमेंट प्लान में शामिल किए जा रहे हैं उसमें से सात नगर निवेश क्षेत्र घोषित हैं जबकि पांच नगरों में विकास योजना प्रभावी है । इंदौर रीजन के इस डेवलपमेंट प्लान में 906 गांव शामिल किया जा रहे हैं।इसके साथ ही सात मुख्य नगर भी इस प्लान का हिस्सा रहेंगे ।
पूरे क्षेत्र का हो सकेगा समग्र विकास।
केवल इंदौर शहर का ही नहीं बल्कि आसपास के सारे शहरों का भी इंदौर के साथ-साथ समग्र रूप से इस प्लान के तैयार होने और लागू किए जाने से विकास हो सकेगा । अभी की स्थिति में विकास की दौड़ में इंदौर शहर तो आगे निकलता हुआ नजर आ रहा है लेकिन आसपास के नगर इस दौड़ में पीछे रहे हैं । यह दूरी इस प्लान के लागू होने के साथ समाप्त हो जाएगी।