इंदौर : प्रतिवर्ष 27 फरवरी को मराठी के प्रसिद्ध साहित्यकार विष्णु वामन शिरवाडकर ‘कुसुमाग्रज’ के जन्मदिन पर मराठी भाषा गौरव दिवस मनाया जाता है। इसी उपलक्ष्य में संस्था मुक्त संवाद ने मराठी नाट्य संगीत की महफिल लोकमान्य नगर स्थित सभागार में सजाई। इस दौरान ठाणे (मुंबई) के नाट्यकर्मी मकरंद जोशी के संगीत संयोजन में इंदौर के ही गौतम काले, स्मिता मौकाशी, वैशाली बकोरे, केदार मोड़क और अमित आलेकर ने सुरमयी नाट्य गीत पेश किए।
संगीत नाटक ‘शाकुन्तल’ से लेकर ‘कट्यार काळजात घुसली’ के नाट्य गीतों को इस कार्यक्रम में कलाकारों ने सुरीले और सधे हुए अंदाज़ में गाकर श्रोताओं की खूब वाहवाही बटोरी।तबले पर राहुल बेने और हार्मोनियम पर हर्षद शेवगावकर ने गायक कलाकारों का साथ बखूबी निभाया।
संस्था मुक्त संवाद के अध्यक्ष मोहन रेडगावकर व सचिव निलेश हिरपाठक ने बताया की कार्यक्रम के मुख्य अतिथी उद्योगपति संदीप नावलेकर थे अध्यक्षता कालिदास अकादमी के निदेशक गोविंद गंधे ने की।
आयोजन समिति की अध्यक्ष अर्चना चितळे, सचिव पंकज नामजोशी, प्रचार प्रसार प्रमुख कीर्तिश धामारीकर शास्त्री ने बताया कि इस अवसर पर मध्यप्रदेश शासन के शिखर सन्मान से सन्मानित कालिदास अकादमी उज्जैन के निदेशक डा. गोविंद गंधे, सुप्रसिद्ध गायिका कल्पना झोकरकर व रंग कर्मी श्रीराम जोग को सम्मानित किया गए।इसी के साथ अनिरूद्ध किरकिरे, श्रुतिका जोग व हिमांक कुलकर्णी को भी सन्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. गोविन्द गंधे ने अपने सम्मान के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि अपने घर में अपनों के हाथों सम्मानित होने पर अच्छा लग रहा है।उन्होंने कहा कि संस्कृत और मराठी सगी बहनें हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संदीप नावलेकर ने संस्था मुक्त संवाद को मराठी भाषा और संस्कृति के संवर्धन के लिए उत्कृष्ट कार्य करने पर बधाई दी।
कार्यक्रम में अतिथि स्वागत मोहन रेडगावकर, कीर्तिश धामारीकर शास्त्री,अर्चना चितळे, अनिल मोडक, राहुल तेलंग, भावना सालकडे, हर्षा पेडणेकर, विवेक रेडगावकर, संजय मुळे ने किया। स्वागत भाषण भावना सालकडे ने दिया। आभार मंजुषा रेडगावकर ने माना।