कोतवाली पुलिस ने 10 से ज्यादा युवाओं का सिर मुंडवाकर निकाला था जुलूस।
चैंपियंस ट्रॉफी में जीत की खुशी मनाए जाने के दौरान हुडदंड मचाने और कोतवाली थाना प्रभारी की गाड़ी में तोड़फोड़ का था मामला।
मोमोज बेचनेवाले ठेला व्यवसायी पर भी भांजी थी लाठियां।
देवास : हुड़दंग के आरोप में 10 से अधिक युवाओं का सिर मुंडवाकर उनका जुलूस निकालने का मामला राजनीतिक तौर पर गरमाने के बाद कोतवाली थाना प्रभारी अजय गुर्जर को लाइन अटैच कर दिया गया है। देवास एसपी पुनीत गहलोत ने ये कार्रवाई करते हुए समूचे घटनाक्रम की जांच के भी आदेश दिए हैं। बताया जाता है कि चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर भारत की रूपरेखा खिताबी जीत की खुशी में देवास के क्रिकेट प्रेमी भी सड़कों पर उतर आए थे। इस दौरान झूमते – नाचते, गए युवा आतिशबाजी भी कर रहे थे। इस बीच कुछ युवकों ने हुड़दंग मचाते हुए जलते पटाखे भीड़ पर फेंकना शुरू कर दिया। जब उन्हें पुलिस ने रोका और समझाइश दी तो उन्होंने कोतवाली थाना प्रभारी के वाहन में ही तोड़फोड़ कर दी। इसके बाद पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए लाठियां भांजनी शुरू कर दी और करीब एक दर्जन युवाओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस के गुस्से का शिकार मोमोज का ठेला लगाने वाला एक गरीब व्यवसायी भी हो गया। हुड़दंग और थाना प्रभारी के वाहन में तोड़फोड़ के आरोप में हिरासत में लिए गए युवाओं की पुलिस ने जमकर खातिरदारी करते हुए एक कदम आगे बढ़कर आदतन अपराधियों की भांति उनके सिर मुंडवा दिए और थाना क्षेत्र में उनका जुलूस निकाल दिया। पुलिस की जरूरत से ज्यादा सख्ती और युवकों के साथ किए गए बर्ताव ने स्थानीय राजनीतिक माहौल को गरमा दिया। स्थानीय बीजेपी विधायक गायत्री राजे ने एसपी पुनीत गहलोत से मिलकर पुलिस की बर्बरता पर नाराजगी जताई। उन्होंने पकड़े गए युवकों को रिहा करने और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। विधायक का कहना था कि पुलिस ने बेगुनाह युवकों को पकड़कर उनके साथ अमानवीय बर्ताव किया। इसपर एसपी गहलोत ने समूचे घटनाक्रम की जांच एएसपी से करवाने का आश्वासन देते हुए कोतवाली थाना प्रभारी अजय गुर्जर को लाइन अटैच कर दिया। पकड़े गए युवकों को कोर्ट में पेश कर दिया गया, जहां से उन्हें मुचलके पर रिहा कर दिया गया।