कोर्ट का कुर्की वारंट लेकर पहुंची टीम ने अधिकारियों की गाड़ियां और दफ्तर का सामान किया कुर्क।
2017 में गणेशगंज जिंसी में वैध मकान में तोड़फोड़ से जुड़ा है मामला।
क्षतिपूर्ति राशि की मांग को लेकर लगाया था दावा।
इंदौर : नगर निगम मुख्यालय में शुक्रवार दोपहर हड़कंप मच गया जब जिला कोर्ट से कुर्की वारंट लेकर पहुंची टीम ने अधिकारियों के वाहन और दफ्तरों का सामान कुर्क कर लिया। अहम बात ये रही की उससमय निगम के नए भवन की चौथी मंजिल पर अटल सदन में आयोजित निगम परिषद के सम्मेलन में गुरुवार को पेश किए गए बजट पर बहस चल रही थी। महापौर, पक्ष विपक्ष के तमाम पार्षद, निगमायुक्त और अन्य सभी अधिकारी सम्मेलन में मौजूद थे। बताया जाता है कि मामला 2017 का है। गणेशगंज जिंसी में सड़क चौड़ीकरण का हवाला देकर एक वैध मकान, जिसकी रजिस्ट्री थी, मनमाने ढंग से तोड़ दिया गया था। निगम की कार्रवाई के खिलाफ मकान मालिक रवि शंकर मिश्रा ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और क्षतिपूर्ति राशि की मांग की थी। कोर्ट ने मकान मालिक के पक्ष में फैसला सुनाया , जिसके बाद शुक्रवार 04 अप्रैल को कोर्ट की टीम निगम मुख्यालय पहुंची और अधिकारियों की गाड़ियां व दफ्तरों में रखा सामान कुर्क कर सील कर दिया। अधिकारी जब तक कुछ समझ पाते, कुर्की की कार्रवाई हो चुकी थी।