इंदौर : बच्चों में कठिन से कठिन बातों को आसानी से सीख लेने की नैसर्गिक क्षमता होती है। जरूरी है कि शिक्षक और पालक बच्चों को उनके बाल्यकाल से ही नैतिक शिक्षा दे, उनके अंदर छुपी हुई नैसर्गिक क्षमता का विकास करें, अपनी भाषा, संस्कृति और संस्कार के प्रति उनमें रुचि जागृत करें ताकि बड़े हो कर वे एक सच्चे राष्ट्र भक्त नागरिक के रूप में देश का मान सम्मान और गौरव बढ़ा सके ।
ये विचार पूर्व प्राचार्य और वरिष्ठ समाजसेवी मधुसूदन तपस्वी ने राजेन्द्र नगर स्थित श्रीराम मंदिर में बच्चोँ के लिए आयोजित 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन बाल संस्कार शिविर का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए।
महाराष्ट्र समाज राजेन्द्र नगर और तरुण मंच द्वारा आयोजित 16 वे ग्रीष्मकालीन बाल संस्कार शिविर में 100 से भी अधिक बालक बालिकाएं भाग ले रहे हैं । शिविर में बच्चों के लिए कलात्मक, रचनात्मक गतिविधियों के साथ खेलकूद, बौद्धिक विकास और संस्कार की भी पाठशाला लग रही है जिसके तहत नैतिक शिक्षा, व्यक्तित्व विकास , संस्कृत के श्लोक , श्रीराम रक्षा, नर्मदाष्टक आदि बच्चों को सिखाए जाएंगे । वरिष्ठ, अनुभवी और योग्य शिक्षक शिविर में बच्चों को प्रशिक्षण दे रहे हैं । शिविर के माध्यम से बच्चों के सर्वांगीण विकास का प्रयास किया जा रहा है ।
राजेंद्र नगर में बच्चों के लिए ग्रीष्मकालीन बाल संस्कार शिविर का शुभारंभ
Last Updated: May 1, 2022 " 01:11 pm"
Facebook Comments