आठ आरोपी पहले ही पकड़े गए हैं।
उशागंज छावनी स्थित फ्लैट में वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन गेमिंग सट्टा चलाते थे आरोपी।
इंदौर : क्राइम ब्राँच इंदौर ने ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से सट्टा संचालित करने वाली अंतराज्यीय गैंग के फरार आरोपी को भोपाल से धर – दबोचा। “वरुण ऑनलाइन हब” ऑनलाइन गेमिंग सट्टा संचालित करने वाले उक्त प्रकरण में कुल 09 आरोपी पकड़े गए हैं।
आरोपियों द्वारा संयोगितागंज क्षेत्र के ऊषागंज स्थित फ्लैट के सेकेंड फ्लोर में वेबसाइट के माध्यम से ग्राहकों की आईडी जनरेट करते हुए Link भेजकर, लैपटॉप एवं मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन क्रिकेट का सट्ट संचालित किया जा रहा था।
बता दें कि क्राइम ब्रांच ने मुखबिर की सूचना पर संयोगितागंज क्षेत्र के ऊषागंज स्थित फ्लैट के सेकेंड फ्लोर स्थित फ्लैट में छापा मारकर ऑनलाइन गेमिंग का सट्टा संचालित करते हुए छह आरोपियों को बंदी बनाया था। इनके नाम (1). हिमांशू खण्डेलवाल , (2). रविन्द्र गौतम (3). विवेक कुमार (4). अमित कुमार मण्डल (5). कृष्णा कुमार और (6). कन्हैया पाण्डे होना बताए गए थे।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया था कि उनके द्वारा Link के माध्यम से “वरुण ऑनलाइन हब” बेवसाइट पर रुपयो पैसो से (हार-जीत) का दांव लगाकर सट्टा खिलवाया जाता था। जिन ग्राहकों को सट्टा लगाना होता था उनसे पेमेंट अलग–अलग बैंक खातों में प्राप्त करके उन्हें Link भेजकर “वरुण ऑनलाइन हब” वेबसाइट की आईडी एवं पासवर्ड देते थे। उस आईडी पर जितने रुपये उक्त व्यक्ति ने जमा किये हैं, उतने पाईंट उसकी उस आईडी पर देते थे, जिसके बाद उक्त व्यक्ति “वरुण ऑनलाइन हब” वेबसाइट में उपलब्ध (24*7) गेम खोलकर हार–जीत का दांव लगाकर सट्टा खेलता था। आरोपियों के कब्जे से 29 मोबाइल,01 कंप्यूटर, 02 लैपटॉप,7 चेकबुक, 04 पासबुक, एटीएम कार्ड्स, एवं ऑनलाइन सट्टे के हिसाब किताब का करोड़ों रुपए का लेखा जोखा जब्त करके थाना अपराध शाखा जिला इंदौर में गैंबलिंग एक्ट के साथ विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया गया था। उक्त प्रकरण में फरार आरोपी (7). निखिल खंडेलवाल (8).लक्की चौहान उर्फ अभिजीत चौहान को 6 लाख 50 हजार रुपए और 01 एर्टिगा कार के साथ गिरफ्तार किया गया था।
मामले में तकनीकि जानकारी के आधार पर फरार आरोपी (9).राजेश कुमार जैन उम्र 55 वर्ष निवासी डीएलएफ मांगलिया इंदौर को भोपाल से पकड़ा गया जिसके मोबाइल में उक्त ऑनलाइन सट्टे का करोड़ों का हिसाब किताब मिला। आरोपी को गिरफ्तार कर प्रकरण में अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।