इंदौर : ‘मेग्नीफिसेन्ट एमपी’ के नाम पर जनता के करोड़ों रुपए एक दिन में फूंक देने वाले सत्ताधीशों को, इंदौर शहर के हित से जुड़े मुद्दों पर बात करने की फुरसत नहीं है। सामाजिक कार्यकर्ता किशोर कोडवानी ने ये मुद्दे उठाए हैं। उनका कहना है कि ‘आपकी सरकार – आपके द्वार’ का ढोल पिटनेवाली सरकार के मंत्रियों के पास शहर हित के मुद्दों पर बात करने का समय नहीं है। वे बिगड़ते पर्यावरण, घटते भूजलस्तर, ट्रैफिक समस्या, विनाशी विकास और मनमर्जी के प्रशासन को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं। वे इन मुद्दों के समाधान को लेकर स्वास्थ्य, पीडब्ल्यूडी व पर्यावरण, खेल, शिक्षा, और प्रभारी मंत्री से एक साथ चर्चा करना चाहते हैं। 12 अक्टूबर को उन्होंने कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन पर इन्हीं मुद्दों को लेकर धरना शुरू किया था। 14 अक्टूबर को महिला एवम बाल विकास मंत्री के लिखित आश्वासन पर उन्होंने धरना समाप्त किया था। 17 अक्टूबर को सम्बन्धित विभागों के मंत्रियों से चर्चा करवाए जाने का आश्वासन मंत्री इमरती देवी ने दिया था। यह लिखित आश्वासन खोखला साबित हुआ। इसके चलते मजबूरन उन्हें फिर से कांग्रेस कार्यालय पर धरना देने के लिए बाध्य होना पड़ा है। शनिवार 19 अक्टूबर को को मंत्रियों के धरनास्थल पर आने की बात कही जा रही थी पर कोई नहीं आया।
श्री कोडवानी का कहना है कि जबतक उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सरकार ध्यान नहीं देती वे धरने पर बैठे रहेंगे।
शहर हित से जुड़े मुद्दों पर बात करने की मंत्रियों को नहीं है फुरसत…!
Last Updated: October 19, 2019 " 11:24 am"
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