इंदौर : राजनीति के महारथी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय शुक्रवार को दीपावली के पहले दिन धनतेरस पर अलग ही भूमिका में नजर आए।
नंदानगर में अपने घर के समीप स्थित पुश्तैनी ‘काकीजी की दुकान’ पर वे न केवल व्यापारी के रूप में बैठे बल्कि ग्राहकों को सामान तौलकर भी दिया।कैलाशजी को दुकान पर बैठे देखकर ग्राहकों में भी उत्साह दिखाई दिया। उन्होंने खरीददारी के साथ कैलाशजी को दीप पर्व की शुभकामनाएं दी।
बरसों से बैठ रहे हैं पुश्तैनी दुकान पर।
बाद में मीडिया कर्मियों से चर्चा करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ‘काकीजी की दुकान’ उनके परिवार की पुश्तैनी दुकान है। वे बचपन से इस दुकान पर बैठते आ रहे हैं। यहीं से उनकी जिंदगी आगे बढ़ी है। तीन पीढ़ियों से ये दुकान संचालित है। आज भी उनके घर का बजट इसी दुकान से चलता है। पीढियां चाहे बदल गई हों पर ग्राहकों के साथ वही आत्मीय और विश्वास का रिश्ता आज भी बना हुआ है।