इंदौर : कोरोना के खतरे का असर देश, प्रदेश व शहर के तमाम ऐसे धर्मस्थानों पर भी पड़ा है जहां हजारों- लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन- पूजन के लिए पहुंचते हैं। राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटूश्याम धाम के पट भी 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। 300 वर्षों में पहली बार इस मंदिर के पट बंद किये गए हैं। खाटू श्याम भक्त मण्डल के सुरेश रामपिपलिया ने ने बताया कि हालात सामान्य होते ही पुनः मन्दिर के कपाट खोल दिये जायेंगे। इसीतरह सालासर बालाजी के पट भी कोरोना को लेकर केंद्र व राज्य सरकार की एडवाइजरी को देखते हुए बंद कर दिए गए हैं।
कैला देवी के मुख्य मंदिर के कपाट भी बंद।
राजस्थान के ही करोली स्थित कैला देवी के मुख्य मंदिर के पट भी कोरोना के संक्रमण की आशंका में बंद कर दिए गए हैं। कैला देवी भक्त मण्डल के जगदीश फायर ने बताया कि कोरोना महामारी के प्रकोप से बचने के लिए कैला देवी मंदिर ट्रस्ट ने यह कदम उठाया है। उन्होंने भक्तों से अपील की है कि वे हालात को देखकर कैला देवी की यात्रा पर न जाए।
आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध वैष्णों देवी मंदिर, शिरडी के साई बाबा मंदिर, मुम्बई के सिद्धि विनायक सहित तमाम बड़े धर्मस्थलों को 31 मार्च तक बन्द किया गया है ताकि महामारी के प्रकोप से श्रद्धालु बचे रहें। इंदौर के भी अधिकांश देवालयों में भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश बन्द कर दिया गया है।