इंदौर : पलासिया थाना क्षेत्र के विनोबा नगर में शनिवार को सर्वे के लिए पहुंची स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षक और आशा कार्यकर्ताओं के दल पर हमले और मारपीट की खबर से सनसनी फैल गई। बीचबचाव में कुछ स्थानीय लोगों को चोटें आने की बात भी सामने आई। बाद में सर्वे दल के सदस्य पलासिया थाने पहुंचे और आरोपी व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। हालांकि पुलिस ने मारपीट की बात से इनकार किया है।
पड़ोसियों का था विवाद..सर्वे दल के साथ मारपीट का खंडन।
स्वास्थ्य विभाग के सर्वे दल पर हमले की खबर फैलते ही पुलिस के आला अधिकारी हरकत में आ गए। तत्काल मौके पर पुलिसकर्मी भेजकर जांच- पड़ताल शुरू की गई। इस बीच कलेक्टर मनीष सिंह भी पलासिया थाने पहुंचे और घटना की जानकारी ली। उनका कहना था कि स्वास्थ्य विभाग के सर्वे दल पर हमला नहीं हुआ है। दो पड़ौसियों के बीच विवाद चल रहा था, उसी दौरान सर्वे दल वहां सर्वे कार्य में जुटा था। विवाद के एक पक्ष को लगा कि मोबाइल में जानकारी रिकॉर्ड कर रही सर्वे दल की सदस्य पुलिस को कॉल कर रही है। इसके चलते उसने मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। सर्वे दल के साथ किसी तरह की मारपीट नहीं हुई है। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दे दिए गए हैं।
आरोपी के खिलाफ की जा रही कार्रवाई।
एएसपी जयवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि कमल बौरासी और विनोद का पड़ौसी पारस बौरासी के साथ विवाद चल रहा था। इस दौरान उनके बीच ईंट- पत्थर भी चले थे। पास में ही सर्वे दल अपना काम कर रहा था कमल बौरासी को यह गलतफहमी हो गई कि मोबाइल में जानकारी एकत्र कर रही सर्वे दल की महिला पुलिस को फोन कर रही है, इसके चलते उसने महिला का फ़ोन छीनकर तोड़ दिया। सर्वे दल के साथ मारपीट की बात गलत है। आरोपी कमल के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित अन्य धाराओं में कायमी कर ली गई है।उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड देखकर उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई भी की जा रही है।