ग्वालियर : शहर के महाराज बाड़ा स्थित पूर्व नगर निगम मुख्यालय भवन के समीप शनिवार को नगर निगम के फायर ब्रिगेड विभाग की हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मशीन पलटने से नगर निगम ग्वालियर के 3 कर्मचारियों की मृत्यु हो गई। इस दुर्घटना में एक कर्मचारी घायल हुआ है। इस दुर्घटना में दिवंगत हुए कर्मचारियों के परिवारों को प्रदेश सरकार ने तत्काल राहत देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दुःखद घटना पर गहरा शोक जताया है। साथ ही पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए। ग्वालियर में मौजूद जिले के प्रभारी मंत्री एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर घटना की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुँचे। उन्होंने जेएएचके ट्रॉमा सेंटर पहुँचकर दुर्घटना में घायल हुए निगम के कर्मचारी का बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए।
मृतक कर्मचारियों के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने बताया इस दुर्घटना में जिन कर्मचारियों का निधन हुआ है, उनके परिजन को उसी पद पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। साथ ही उनके परिवार को साढ़े चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। उन्होंने कहा दुर्घटना में घायल हुए कर्मचारी का निःशुल्क इलाज कराने के साथ-साथ 50 हज़ार रुपए की आर्थिक सहायता भी सरकार देगी।
प्रभारी मंत्री सिलावट ने बताया कि इस दुर्घटना की जाँच के आदेश दे दिए गए हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अपर कलेक्टर आशीष तिवारी को जाँच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बता दें कि इस दुर्घटना में नगर निगम के कर्मचारी कुलदीप सिंह डण्डौतिया, प्रदीप राजौरिया व विनोद शर्मा की मृत्यु हुई है। नगर निगम के कर्मचारी मंजर आलम इस दुर्घटना में घायल हुए हैं, जिनको इलाज के लिए जेएएच के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
फायर ऑफीसर प्रधान निलंबित।
नगर निगम के फायर ब्रिगेड का हाईड्रोलिक प्लेटफॉर्म पलटने से हुई दुर्घटना के लिए प्रथम दृष्टया फायर ब्रिगेड की लापरवाही सामने आई है। इसके लिए प्रभारी फायर ऑफिसर उमंग प्रधान को जिम्मेदार मानते हुए नगर निगम आयुक्त द्वारा निलंबित कर दिया गया है।